संपादकीय चिट्ठा

अहमदाबाद का बुलडोजर कांड : विकास की राह या सामाजिक अन्याय?

अहमदाबाद के चंदोला झील क्षेत्र में 20 मई 2025 को शुरू हुआ "बुलडोजर कांड" एक ओर स...

न्यायपालिका में पारदर्शिता: भारत की चुनौतियाँ और वैश्वि...

यह संपादकीय न्यायपालिका में पारदर्शिता और जवाबदेही की आवश्यकता को रेखांकित करता ...

मेजर मोहित शर्मा: इफ्तिखार भट्ट बनकर हिजबुल का खात्मा क...

मेजर मोहित शर्मा, 1 पैरा स्पेशल फोर्स के एक भारतीय सेना अधिकारी, ने 2003 में कश्...

बंगाल की शिक्षा में अनैतिकता की घुसपैठ: शिक्षक भर्ती घो...

पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले ने राज्य की शिक्षा व्यवस्था की साख को गहरी ...

शिमला समझौता: युद्ध जीता, मेज हारी

1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारत ने ऐतिहासिक जीत हासिल की, बांग्लादेश का नि...

EWS आरक्षण: झुनझुना या वास्तविक संरक्षण?

EWS आरक्षण सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए एक सीमित और प्रतीकात...

बुद्ध, सनातन और वर्ण व्यवस्था

बुद्ध के विचारों का सनातन में गहरा प्रभाव है, और दोनों का लक्ष्य मनुष्य को दुख, ...

भारत की न्यायिक व्यवस्था में विविधता का उत्सव

भारत की ताकत इसकी विविधता में है। यहाँ हर नागरिक को आगे बढ़ने का अधिकार है, चाहे...

वकालत: ज्ञान, संघर्ष और सेवा का पेशा

वकालत केवल पेशा नहीं, बल्कि ज्ञान, संघर्ष, सेवा और नैतिकता का संगम है। यह पेशा उ...

समकालीन परिप्रेक्ष्य में बुद्ध के विचार

आज जब विश्व ध्रुवीकरण और संघर्षों से जूझ रहा है, बुद्ध का संदेश “हमें स्वयं ही अ...

मातृत्व की अच्छाई, बेटी-बहु का भेद और महिला ही महिला की...

मातृ दिवस हमें चिंतन का अवसर देता है। हमें बेटी-बहु के भेद को मिटाना होगा और 'मह...

सोशल मीडिया : बचपन की मासूमियत का चोर

सोशल मीडिया का बढ़ता प्रभाव बच्चों के बचपन को छीन रहा है, उनकी मासूमियत और रचनात...

पुलिस सेवा का आदर्श : ना काहू से प्रेम, ना काहू से द्वेष

पुलिस सेवा का आदर्श वही है, जो विधवा ब्राह्मणी की तरह निस्वार्थ, निर्भीक और निष्...

आदि शंकराचार्य जयंती: अद्वैत के प्रकाश से आधुनिक युग तक

आदि शंकराचार्य जयंती भारतीय संस्कृति, धर्म और दर्शन के महान प्रतीक की याद दिलाती...

क्या भ्रष्टाचार से हार रहा भारत?

भारत की भ्रष्टाचार से जीत की जंग लंबी और जटिल है। मजबूत इच्छाशक्ति, पारदर्शी नीत...