लातूर के उसी विद्यालय में योग शिक्षक बने पूर्व छात्र गोरज दायमा, जहाँ से ली थी पहली शिक्षा
लातूर, महाराष्ट्र के श्री केशवराज विद्यालय में पढ़े गोरज दायमा ने इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर अपने पूर्व विद्यालय में ही सह-योग शिक्षक की भूमिका निभाई। पतंजलि विश्वविद्यालय, हरिद्वार में दर्शन स्नातक के छात्र गोरज ने अपने बचपन के विद्यालय में व्यासपीठ से योगासन और प्राणायाम सिखाकर भावुकता और गर्व का क्षण साझा किया। योग सप्ताह के अंतर्गत यह आयोजन 21 से 27 जून तक चलेगा।

लातूर (महाराष्ट्र), 21 जून 2025 : किसी भी विद्यार्थी के लिए अपने गुरुजनों के समक्ष कुछ सिखाने का अवसर मिलना जीवन का विशेष पल होता है। ऐसा ही एक प्रेरक दृश्य महाराष्ट्र के लातूर जिले के श्री केशवराज विद्यालय में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) के अवसर पर देखने को मिला।
गोरज दायमा, जो वर्तमान में पतंजलि विश्वविद्यालय, हरिद्वार में दर्शन विषय में स्नातक तृतीय सेमेस्टर के छात्र हैं, ने इस बार अपने जन्मस्थान लातूर आकर अपने उसी विद्यालय में सह-योग शिक्षक की भूमिका निभाई जहाँ से उन्होंने आंगनबाड़ी से लेकर दसवीं तक शिक्षा पाई थी।
गोरज ने बताया कि उन्होंने इसी विद्यालय में अपने क्रीड़ा शिक्षकों से कवायत, सूक्ष्म व्यायाम, पीटी, योगासन और प्राणायाम सीखे थे। आज उसी विद्यालय में उसी व्यासपीठ पर बैठकर, अपने शिक्षकों और विद्यालय परिवार के सामने योगासन सिखाना उनके लिए गर्व और भावुकता का क्षण रहा।
यह आयोजन 21 से 27 जून 2025 तक योग सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है, जिसमें स्थानीय नागरिक, विद्यालय के विद्यार्थी और अभिभावक हिस्सा ले रहे हैं। गोरज दायमा के इस योगदान ने विद्यालय के पूर्व छात्रों के लिए भी एक प्रेरणा का कार्य किया है।
विद्यालय प्रशासन और स्थानीय समाज ने गोरज के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि उनके जैसे पूर्व छात्रों की सक्रिय सहभागिता विद्यालय के गौरव को बढ़ाती है।
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