धर्मेंद्र का निधन: ‘ही-मैन’ को अंतिम नमन

मुम्बई में 89 वर्ष की आयु में प्रख्यात अभिनेता धर्मेंद्र का निधन छह दशकों से अधिक के करियर में ‘फूल और पत्थर’ से ‘शोले’ और ‘चुपके-चुपके’ तक बेमिसाल सफ़र; आख़िरी फ़िल्म ‘इक्कीस’ 25 दिसंबर को निर्धारित है।

Nov 24, 2025 - 15:21
Nov 24, 2025 - 20:27
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धर्मेंद्र का निधन: ‘ही-मैन’ को अंतिम नमन
धर्मेंद्र का निधन

मुंबई : देश के सबसे लोकप्रिय और सम्मानित फिल्म अभिनेताओं में शुमार धर्मेंद्र (8 दिसंबर 1935 – 11 नवंबर 2025) का आज मुम्बई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया। कई राष्ट्रीय मीडिया संस्थानों ने उनके निधन की सूचना प्रकाशित की है। फ़िल्म-जगत, राजनीति और खेल जगत की हस्तियों ने गहरा शोक व्यक्त किया।

विनम्र श्रद्धांजलि

लोकप्रिय फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र जी का निधन भारतीय कला व फिल्म जगत की अपूरणीय क्षति है। प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को सद्गति तथा शोकाकुल परिजनों एवं उनके असंख्य प्रशंसकों को यह अथाह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।

शुरुआती जीवन और पदार्पण

पंजाब के सहनेवाल (लुधियाना) में जन्मे धरम सिंह देओल उर्फ़ धर्मेंद्र ने 1960 में अर्जुन हिंगोरानी की फ़िल्म ‘दिल भी तेरा हम भी तेरे’ से अभिनय की शुरुआत की। शुरुआती दौर में ‘शोला और शबनम’ (1961), ‘अनपढ़’ (1962) और ‘बंदिनी’ (1963) जैसी फ़िल्मों ने पहचान दिलाई।

स्टारडम और बहुरंगी अभिनय

1960–70 के दशक में धर्मेंद्र ने एक्शन, रोमांस और कॉमेडी तीनों स्पेक्ट्रम पर अपनी अलग मुहर छोड़ी। फूल और पत्थर’ (1966) ने उन्हें सुपरस्टार बना दिया। सत्यकम’ (1969) और ‘अनुपमा’ (1966) जैसी संवेदनशील फिल्मों ने अभिनय-गहराई दिखाई। मेरा गाँव मेरा देश’ (1971) ने एक नए किस्म के देसी एक्शन-हीरो की परिभाषा गढ़ी। 1975 में ‘शोले’ में ‘वीरू’ और ‘चुपके-चुपके’ में प्रो. परिमल दोनों भूमिकाओं से उन्होंने बहुमुखी प्रतिभा का श्रेष्ठ नमूना पेश किया।

सम्मान और अलंकरण

भारतीय सिनेमा में उत्कृष्ट योगदान के लिए 2012 में भारत सरकार ने धर्मेंद्र को पद्म भूषण से सम्मानित किया। उन्हें फ़िल्मफ़ेयर लाइफ़टाइम अचीवमेंट (1997) सहित अनेक सम्मानों से नवाज़ा गया।

अंतिम कृतियाँ और अधूरी मुलाक़ातें

हाल के वर्षों में वे ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ (2023) में यादगार नज़र आए। उनकी आख़िरी रिलीज़-नियत फ़िल्म ‘इक्कीस’ (निर्देशक: श्रीराम राघवन; कलाकार: अगस्त्य नंदा, जयदीप अहलावत) क्रिसमस 25 दिसंबर 2025 को निर्धारित है।

परिवार

धर्मेंद्र के परिवार में उनकी पत्नी हेमा मालिनी और छह संताने सनी देओल, बॉबी देओल, ईशा देओल, अहाना देओल, अजीता और विजेता हैं। उनके जाने से देओल परिवार और करोड़ों प्रशंसकों के बीच शोक की लहर है।

सांस्कृतिक प्रभाव

धर्मेंद्र ने 300 से अधिक फ़िल्मों में काम किया और देहाती-रोमांटिक नायक से लेकर स्वैग से भरपूर एक्शन स्टार और सहज हास्य-कलाकार तक, हिंदी फ़िल्मों के ‘मास अपील’ को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया। ‘शोले’ के जै–वीरू की दोस्ती, ‘चुपके-चुपके’ की बुद्धिमत्ता और ‘मेरा गाँव मेरा देश’ का देसी नायक आज भी पॉप-कल्चर का जीवंत हिस्सा हैं।

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पूजा अग्रहरि पूजा अग्रहरि ने 2020 में दैनिक विश्वमित्र से पत्रकारिता की शुरुआत की। युवा शक्ति और जागो देश यूट्यूब चैनलों से जुड़ने के बाद, वर्तमान में पिछले 1 वर्ष से ‘जागो टीवी’ वेब पोर्टल में कंटेंट राइटर हैं। ‘कोई और राकेश श्रीमाल’ पुस्तक की सह-संपादक रही हैं। आपने महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, कोलकाता केंद्र से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर किया है।