भदोही पुलिस IGRS में नंबर-1, चौथे माह भी टॉप

IGRS पर भदोही पुलिस अक्तूबर-2025 में भी प्रदेश में प्रथम रही। जुलाई-अक्तूबर तक लगातार चार महीनों में टॉप, CMO/डैशबोर्ड रिव्यू में 100% निस्तारण।

Nov 11, 2025 - 20:19
Nov 11, 2025 - 20:22
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भदोही पुलिस IGRS में नंबर-1, चौथे माह भी टॉप
पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक

जुलाई, अगस्त, सितंबर के बाद अक्तूबर-2025 की रैंकिंग में भी भदोही नंबर-1; मूल्यांकन मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO)/सीएम डैशबोर्ड के आधार पर समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण, फीडबैक-संतुष्टि जैसे पैमानों पर आकलन।

भदोही। एकीकृत जनशिकायत निवारण प्रणाली IGRS (जनसुनवाई) पर भदोही पुलिस का प्रदर्शन लगातार चौथे माह भी शीर्ष पर रहा है। अक्तूबर-2025 की प्रदेश-स्तरीय रैंकिंग में भदोही ने पहला स्थान हासिल किया और 100% निस्तारण दर्ज किया। यह क्रम जुलाई, अगस्त, सितंबर के बाद अक्तूबर में भी जारी रहा, यानी चार महीनों की लगातार टॉप पोज़िशन। यह जानकारी स्थानीय/क्षेत्रीय मीडिया रिपोर्ट्स, पुलिस की आधिकारिक सोशल अपडेट और अमर उजाला के कवरिज से पुष्ट होती है।

पृष्ठभूमि: ‘71वें से प्रथम’ तक की छलांग

अगस्त-सितंबर की शुरुआती कवरेज के अनुसार, भदोही पुलिस ने जुलाई-2025 में IGRS पर 100% निस्तारण करते हुए पहला स्थान पाया। इससे पहले जून में शासन-स्तरीय मूल्यांकन में रैंकिंग नीचे (71वां) रही थी; जिसके बाद एसपी स्तर पर कड़ी मॉनिटरिंग/क्वालिटी-फोकस से जुलाई में रिकॉर्ड सुधार हुआ और अगस्त में भी टॉप बरकरार रखा गया।

अक्तूबर-2025: ‘चौथा महीना’ भी नंबर-1

स्थानीय डिजिटल/वेब रिपोर्ट्स के मुताबिक अक्तूबर-2025 में भी भदोही पुलिस प्रदेश में प्रथम रही और CMO सीएम-डैशबोर्ड रिव्यू में जिले का परफॉर्मेंस 100% रिकॉर्ड हुआ। पुलिस के आधिकारिक X (ट्विटर) हैंडल से भी “लगातार चौथे माह (जुलाई-अक्तूबर 2025) प्रथमकी पुष्टि की गई है। उसी दिन अमर उजाला के भदोही पेज पर “आईजीआरएस की शिकायतों के निस्तारण में भदोही को पहला स्थानशीर्षक से वीडियो/अपडेट पब्लिश हुआ।

मूल्यांकन कैसे होता है?

प्रदेश में IGRS/सीएम हेल्पलाइन की मासिक रैंकिंग समयबद्ध निस्तारण के साथ-साथ शिकायतकर्ता-संतुष्टि (रैंडम वेरिफ़िकेशन/फीडबैक), गुणवत्ता-जांच/भौतिक सत्यापन, वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी, डेटा-एंट्री क्वालिटी जैसे कई मापदंडों पर आधारित होती है, यह ढाँचा हालिया महीनों में यूपी के अन्य जिलों की रैंकिंग रिपोर्ट्स से भी कॉमन रूप से पुष्ट होता है।

ज़मीनी रणनीति: क्या बदला?

अमर उजाला की भदोही-कवरेज में यह हाइलाइट हुआ कि थाना-स्तरीय ट्रैकिंग, कड़ी मॉनिटरिंग, और असंतुष्ट शिकायतों पर दोबारा फीडबैक जैसी प्रक्रियाओं पर ज़ोर देकर जिले ने अपने स्कोर/रैंकिंग में तेज़ सुधार किया, जिससे जुलाई-अगस्त में टॉप आया और सितंबर-अक्तूबर में निरंतरता बनी रही।

क्षेत्रीय फीडबैक का स्नैपशॉट

विंध्याचल/मिर्ज़ापुर मंडल की एक समीक्षा PDF (16 अक्तूबर 2025) में 1–14 अक्तूबर के बीच भदोही में लिए गए फीडबैक में 331 संतुष्ट172 असंतुष्ट एंट्रीज़ दर्ज का उल्लेख आता है, यानी फील्ड-लेवल पर फीडबैक-सिस्टम सक्रिय रहा, जो मासिक मूल्यांकन में क्वालिटी पैरामीटर को प्रभावित करता है। (ध्यान रहे: यह स्नैपशॉट सीमित अवधि का है, पूर्ण मासिक स्कोर-कार्ड नहीं।)

क्या सीख

  • भदोही मॉडल: समयबद्धता + गुणवत्ता-जांच + रिव्यू-मीटिंग्स + असंतुष्ट केसों पर री-कॉन्टैक्ट इन चार ट्रैकों का लगातार पालन।
  • प्रतिस्पर्धी सुधार: IGRS/सीएम-डैशबोर्ड रैंकिंग से जिलों में हेल्दी कम्पटीशन पैदा होता है; अन्य जिलों (जैसे श्रावस्ती, पीलीभीत/नोएडा आदि के केस-स्टडी) में भी समान पैरामीटर्स पर सुधार रिपोर्टेड है।

भदोही पुलिस ने जुलाई से अक्तूबर-2025 तक लगातार चार महीनों में प्रदेश में प्रथम रहकर IGRS शिकायत-निस्तारण में कंसिस्टेंसी दिखाई है। यह प्रदर्शन सिर्फ स्पीड नहीं, बल्कि क्वालिटी-कम्प्लायंस और फीडबैक-संतुष्टि के संयुक्त पैमानों पर आधारित है, जो कि राज्य की CMO डैशबोर्ड-आधारित समीक्षा का मूल है।

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