भरोसा का कवच | हिंदी कविता | सुशील कुमार पाण्डेय ‘निर्वाक’ की कविता’
‘भरोसा का कवच’ सुशील कुमार पाण्डेय ‘निर्वाक’ की प्रेरक हिंदी कविता जो बताती है कि विश्वास ही चिंता से मुक्ति और आत्मशांति का सबसे बड़ा कवच है। जानिए कैसे भरोसा हमारे भीतर की शक्ति को जगाता है और जीवन को स्थिर बनाता है।
भरोसा का कवच
याद रखो,
भरोसा ही सबसे बड़ा कवच है।
जब तक यक़ीन है कि
अंत में सब ठीक होगा,
तब तक चिंता कभी
तुम्हारी आत्मा पर राज़ नहीं कर पाएगी।
जब चिंता का राज न होगा
तब देखोगे,
चिंता की जंजीरें कैसे ढीली पड़ जाएँगी।
सुशील कुमार पाण्डेय ‘निर्वाक’
संपर्क: 25-26, रोज मेरी लेन, हावड़ा - 711101,
मो.: 88 20 40 60 80 / 9681 10 50 70
ई-मेल : aapkasusheel@gmail.com
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