पूर्वोत्तर में बारिश बनी कहर: गुवाहाटी से इंफाल तक तबाही, अब तक 28 की मौत, IMD का रेड अलर्ट
पूर्वोत्तर भारत इन दिनों मूसलधार बारिश और भूस्खलन की गंभीर चपेट में है। असम, मणिपुर, मेघालय और मिज़ोरम सहित कई राज्यों में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।

गुवाहाटी/इंफाल | 1 जून 2025: पूर्वोत्तर भारत इन दिनों मूसलधार बारिश और भूस्खलन की गंभीर चपेट में है। असम, मणिपुर, मेघालय और मिज़ोरम सहित कई राज्यों में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। गुवाहाटी से इंफाल तक सड़कों पर पानी भरा है, पुल टूट गए हैं और पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन से कई गांवों का संपर्क टूट गया है। अब तक 28 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें कई महिलाएँ और बच्चे भी शामिल हैं।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आगामी 48 घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। विशेष रूप से असम, नागालैंड और मणिपुर के कुछ हिस्सों में अति-भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है। प्रशासन ने संवेदनशील क्षेत्रों में स्कूल-कॉलेज बंद रखने के निर्देश दिए हैं तथा राहत व बचाव टीमें सतर्कता से तैनात हैं।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) के अनुसार अकेले असम में 17 ज़िलों में बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं। ब्रह्मपुत्र और इसकी सहायक नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मणिपुर में भूस्खलन के कारण कई मकान ध्वस्त हो गए हैं, जबकि इंफाल-दीमापुर हाईवे पूरी तरह बाधित है।
प्रभावित क्षेत्रों की प्रमुख चुनौतियाँ:
सड़क एवं रेल मार्गों पर आवागमन ठप
मोबाइल नेटवर्क और बिजली आपूर्ति बाधित
निचले इलाकों में घरों में पानी भरना
फसल और पशुधन का भारी नुकसान
राहत कार्यों के लिए NDRF की 10 से अधिक टीमें तैनात की गई हैं, जबकि वायुसेना के हेलिकॉप्टरों से प्रभावित क्षेत्रों में खाद्य सामग्री, दवाइयाँ और पीने का पानी पहुँचाया जा रहा है।
स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें, प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें और उच्च स्थलों पर रहें।
पूर्वोत्तर भारत में मूसलधार बारिश और भूस्खलन के चलते भारी तबाही मची है। अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों परिवार प्रभावित हैं। भारतीय मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। असम और मणिपुर में स्थिति सबसे अधिक गंभीर है। बचाव कार्य जारी हैं लेकिन हालात अभी भी चिंताजनक बने हुए हैं।
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