मोहन राकेश जन्मशती समारोह: आधुनिकतावादी आंदोलन और रंगमंच पर केंद्रित भव्य आयोजन

भारतीय भाषा परिषद और सांस्कृतिक पुनर्निर्माण मिशन के संयुक्त तत्वावधान में 24 मई 2025 को कोलकाता में हिंदी साहित्य के महान नाटककार मोहन राकेश की जन्मशती के अवसर पर भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर ‘आधुनिकतावादी आंदोलन और मोहन राकेश के नाटक’ विषयक संगोष्ठी, शोध संवाद, कविता कोलाज, सांस्कृतिक संवाद, गीत-संगीत एवं नाट्य प्रस्तुति ‘उसकी रोटी’ का मंचन होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ० शंभुनाथ करेंगे, जबकि वैभव सिंह, मृत्युंजय प्रभाकर, अनीश अंकुर, मृत्युंजय श्रीवास्तव, डॉ. शुभ्रा उपाध्याय समेत अनेक विद्वान, रंगकर्मी और विद्यार्थी अपना विचार साझा करेंगे। समारोह में डॉ. शंभुनाथ के 77वें जन्मदिवस को भी मनाया जाएगा।

May 22, 2025 - 08:01
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मोहन राकेश जन्मशती समारोह: आधुनिकतावादी आंदोलन और रंगमंच पर केंद्रित भव्य आयोजन
कार्यक्रम कार्यसूची

भारतीय भाषा परिषद और सांस्कृतिक पुनर्निर्माण मिशन के संयुक्त तत्वावधान में 24 मई 2025 को भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता के सभागार में हिंदी के महान नाटककार मोहन राकेश की जन्मशती के अवसर पर भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन न केवल मोहन राकेश के साहित्यिक योगदान को रेखांकित करने वाला होगा, बल्कि आधुनिकतावादी आंदोलन और हिंदी रंगमंच के विकास पर भी केंद्रित होगा।

आयोजन की प्रमुख झलकियाँ

मुख्य विषय: ‘आधुनिकतावादी आंदोलन और मोहन राकेश के नाटक’ 

  इस विषय पर आयोजित संगोष्ठी में देशभर के साहित्यकार, आलोचक, रंगकर्मी, शोधार्थी और छात्र-छात्राएँ भाग लेंगी।

अध्यक्षता एवं वक्ता: 

  संगोष्ठी की अध्यक्षता डॉ० शंभुनाथ करेंगे। मुख्य वक्ताओं में वैभव सिंह (कथाकार, आलोचक), मृत्युंजय प्रभाकर (नाटककार), अनीश अंकुर (रंगकर्मी), मृत्युंजय श्रीवास्तव (लेखक, टिप्पणीकार) आदि शामिल होंगे। मंच संचालन डॉ. शुभ्रा उपाध्याय और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. प्रीति सिंधी करेंगी।

शोध संवाद: 

  अलग सत्र में शोधार्थियों और नवोदित साहित्यकारों द्वारा मोहन राकेश के नाटकों और आधुनिक हिंदी साहित्य पर अपने विचार प्रस्तुत किए जाएँगे। 

कविता कोलाज एवं सांस्कृतिक संवाद: 

  विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी कविता पाठ, नृत्य, गीत-संगीत और सांस्कृतिक संवाद प्रस्तुत करेंगे, जिससे आयोजन में विविधता और रचनात्मकता का संचार होगा।

नाट्य प्रस्तुति: 

 समारोह का मुख्य आकर्षण मोहन राकेश की चर्चित कहानी पर आधारित नाटक ‘उसकी रोटी’ का मंचन होगा, जिसमें युवा रंगकर्मी अभिनय करेंगे।

विशेष अवसर: 

  इस आयोजन के साथ ही डॉ. शंभुनाथ के 77वें जन्मदिवस को भी मनाया जाएगा, जिसमें उनके साहित्यिक योगदान को रेखांकित किया जाएगा।

 प्रतिभागिता और आयोजन का महत्व

इस समारोह में कोलकाता, शांति निकेतन, बीएचयू, सेंट जेवियर्स, आरबीसी सांध्य कॉलेज, लोरिटो कॉलेज, बीपीएसई विश्वविद्यालय सहित देशभर के शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिभागी भाग लेंगे। 

यह समारोह मोहन राकेश के नाटकों की समकालीन प्रासंगिकता, आधुनिक हिंदी रंगमंच की चुनौतियों और साहित्यिक विमर्श के नए प्रश्नों के संवाद को आगे बढ़ाने वाला होगा।

मोहन राकेश का साहित्यिक योगदान

मोहन राकेश (1925-1972) हिंदी के प्रमुख नाटककार, कथाकार और उपन्यासकार थे। उनकी रचनाएँ -‘आषाढ़ का एक दिन’, ‘आधे-अधूरे’, ‘लहरों के राजहंस’ हिंदी रंगमंच को नई पहचान देने वाली रही हैं। उन्होंने हिंदी नाटक को अखिल भारतीय स्तर पर प्रतिष्ठित किया और आधुनिकतावादी आंदोलन को गति दी।

क्यों आना चाहिए आपको: यह समारोह इसलिए विशेष है कि यह हिंदी साहित्य, रंगमंच और आधुनिक विचारधारा के समन्वय को रेखांकित करेगा। यह आयोजन बड़ी संख्या में युवा प्रतिभाओं को मंच देने वाला है, और साथ में साहित्यिक संवाद को भी समृद्ध करेगा साथ ही यह मोहन राकेश के कालजयी योगदान को नई पीढ़ी के समक्ष सशक्त रूप में प्रस्तुत करेगा।

 

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सुशील कुमार पाण्डेय मैं, अपने देश का एक जिम्मेदार नागरिक बनने की यात्रा पर हूँ, यही मेरी पहचान है I