मुंबई मालवणी में मासूम की रेप और हत्या: माँ और प्रेमी की क्रूर साजिश ने हिलाया समाज

मुंबई के मालवणी इलाके से मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है। एक 30 वर्षीय महिला और उसके 19 वर्षीय प्रेमी को ढाई साल की मासूम बच्ची के साथ बलात्कार और हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, महिला अपनी बेटी को बोझ मानती थी और उससे छुटकारा पाने के लिए अपने प्रेमी से बच्ची का रेप करवाया, जिसके परिणामस्वरूप बच्ची की दर्दनाक मृत्यु हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण बलात्कार और श्वासावरोध (दम घुटना) बताया गया है। मालवणी पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 70, 64, 65(2), 66, 103, 238, 3(5) और POCSO अधिनियम की धारा 6, 10, 21 के तहत मामला दर्ज किया है। यह घटना समाज में मातृत्व और मानवीय मूल्यों पर गंभीर सवाल उठाती है।

May 21, 2025 - 22:49
May 21, 2025 - 22:52
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मुंबई मालवणी में मासूम की रेप और हत्या: माँ और प्रेमी की क्रूर साजिश ने हिलाया समाज
फोटो : AI Generated

मुंबई के मालवणी इलाके से एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने न केवल मानवता को शर्मसार किया, बल्कि मातृत्व और नैतिकता जैसे पवित्र मूल्यों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। 30 वर्षीय महिला, रीना शेख, और उसके 19 वर्षीय प्रेमी, फरहान शेख, को ढाई साल की मासूम बच्ची के साथ बलात्कार और हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह बच्ची कोई और नहीं, बल्कि रीना की अपनी बेटी थी। पुलिस जाँच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, यह जघन्य अपराध सुनियोजित था, जिसमें माँ ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपनी बेटी को रास्ते से हटाने की साजिश रची।

घटना का विवरण: घटना 18 मई 2025 की देर रात मालवणी के जनकल्याण नगर क्षेत्र में एक झोपड़ी में घटी। बच्ची को गंभीर हालत में मालवणी के एक सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक जाँच में बच्ची के गुप्तांगों पर गंभीर चोटें पाई गईं, जिससे यौन शोषण का संदेह हुआ। डॉक्टरों ने तुरंत मालवणी पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने इस अपराध की भयावहता को उजागर किया। रिपोर्ट के अनुसार, बच्ची की मृत्यु बलात्कार और श्वासावरोध (दम घुटने) के कारण हुई। मेडिकल जाँच में पाया गया कि बच्ची के साथ क्रूर यौन हिंसा की गई थी, जिसके परिणामस्वरूप वह असहनीय दर्द और सदमे का शिकार हुई।

पुलिस जाँच और गिरफ्तारी: मालवणी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों, रीना शेख और फरहान शेख, को हिरासत में लिया। पूछताछ में महिला ने स्वीकार किया कि वह अपनी बेटी को बोझ मानती थी और अपने प्रेमी के साथ नया जीवन शुरू करने के लिए उसे रास्ते से हटाना चाहती थी। पुलिस के अनुसार, महिला ने अपने प्रेमी को बच्ची के साथ बलात्कार करने के लिए उकसाया, ताकि वह दर्द से मर जाए। इसके बाद, बच्ची की हत्या गला दबाकर की गई। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 70 (सामूहिक अपराध), 64 (बलात्कार), 65(2) (12 वर्ष से कम उम्र की बच्ची के साथ बलात्कार), 66 (मृत्यु कारित करने वाला बलात्कार), 103 (हत्या), 238 (सबूत नष्ट करना), और 3(5) (साझा इरादा) के साथ-साथ POCSO अधिनियम की धारा 6 (गंभीर यौन हमला), 10 (यौन हमले की सजा), और 21 (कानून का उल्लंघन) के तहत मामला दर्ज किया है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, और मामले की जाँच जारी है।

आरोपियों की पृष्ठभूमि: पुलिस सूत्रों के अनुसार, रीना शेख का तीन साल पहले अपने पति से तलाक हो चुका था। तलाक के समय वह गर्भवती थी और उसने अपनी बेटी को अपनी माँ के घर पर जन्म दिया। इसके बाद वह अपनी माँ के साथ मालवणी में रह रही थी। इसी दौरान उसका 19 वर्षीय फरहान शेख के साथ प्रेम संबंध शुरू हुआ। पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि फरहान को अक्सर रीना के घर आते-जाते देखा जाता था। जाँच में यह भी सामने आया कि रीना अपनी बेटी की जिम्मेदारी से मुक्त होना चाहती थी, ताकि वह अपने प्रेमी के साथ बिना किसी बाधा के नया जीवन शुरू कर सके।

अस्पताल में गुमराह करने की कोशिश: जब बच्ची को अस्पताल ले जाया गया, तो रीना ने डॉक्टरों को गुमराह करने की कोशिश की। उसने दावा किया कि बच्ची को मिर्गी का दौरा पड़ा था, जिसके कारण उसकी हालत बिगड़ी। हालांकि, डॉक्टरों ने बच्ची के गुप्तांगों पर चोट के निशान देखे और मेडिकल जाँच में यौन शोषण की पुष्टि होने पर पुलिस को सूचित किया। इस त्वरित कार्रवाई ने मामले को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

सामाजिक और नैतिक प्रभाव: यह घटना न केवल एक अपराध है, बल्कि समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी भी है। एक माँ, जिसे बच्चे की प्राथमिक रक्षक माना जाता है, ने अपनी ढाई साल की बेटी के साथ ऐसी क्रूरता की, जो मातृत्व की पवित्रता को कलंकित करती है। यह मामला कई सवाल उठाता है:

   क्या सामाजिक दबाव और टूटे हुए रिश्तों ने इस महिला को इतना असंवेदनशील बना दिया?

      क्या मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं ने इस अपराध को बढ़ावा दिया?

     बाल सुरक्षा और महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य के लिए समाज और सरकार की क्या जिम्मेदारी है?

एक्स पर इस घटना को लेकर लोगों में गहरा आक्रोश और दुख देखा गया। कई यूजर्स ने इसे 'मानवता का पतन' और 'मातृत्व पर कलंक' करार दिया। एक यूजर ने लिखा, 'इसे इंसान कहें या हैवान, शब्द भी शर्मिंदा हैं!'

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सुशील कुमार पाण्डेय मैं, अपने देश का एक जिम्मेदार नागरिक बनने की यात्रा पर हूँ, यही मेरी पहचान है I