थप्पड़कांड में फँसे एसडीएम छोटूलाल शर्मा, कार में बैठी महिला निकली दूसरी पत्नी, पहली ने भी खोले राज
प्रतापगढ़ के थप्पड़कांड में निलंबित एसडीएम छोटूलाल शर्मा पर नया खुलासा, कार में बैठी महिला उनकी दूसरी पत्नी निकलीं। पहली पत्नी ने हाईकोर्ट में केस दायर किया है। सरकार ने एसडीएम को निलंबित कर जयपुर मुख्यालय भेजा, जाँच जारी।
जयपुर / भीलवाड़ा / प्रतापगढ़ | 24 अक्तूबर 2025 | प्रतापगढ़ जिले के एसडीएम छोटूलाल शर्मा पर थप्पड़कांड का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा। अब इस विवाद में नया मोड़ तब आया जब यह खुलासा हुआ कि जिस महिला के साथ एसडीएम कार में बैठे थे, वह उनकी दूसरी पत्नी दीपिका व्यास हैं। यही महिला बाद में थाने पहुंचकर छेड़छाड़ और आँख मारने की शिकायत दर्ज कराने वाली थीं।
दूसरी ओर, शर्मा की पहली पत्नी पूनम शर्मा ने आरोप लगाया है कि अधिकारी ने उन्हें घर से निकालकर तलाक के कागजों पर जाली हस्ताक्षर किए और वह लंबे समय से अलग रह रही हैं। मामला अब प्रशासनिक मर्यादा से निकलकर निजी विवाद और पद के दुरुपयोग के सवालों तक पहुँच गया है।
क्या है मामला: 21 अक्तूबर का ‘थप्पड़कांड’
घटना 21 अक्टूबर को अजमेर-भीलवाड़ा हाईवे के रायला क्षेत्र स्थित एक पेट्रोल पंप पर हुई थी।
एसडीएम छोटूलाल शर्मा अपनी कार से वहाँ पहुँचे थे। उनके पीछे एक और कार आई, जिसमें दीपिका व्यास बैठी थीं।
पंपकर्मी ने पहले पीछे आई कार में गैस भरनी शुरू की, तो एसडीएम भड़क उठे और गुस्से में कर्मचारी को थप्पड़ मार दिया। इसके बाद वहां हाथापाई और हंगामा हो गया। पूरा घटनाक्रम CCTV में रिकॉर्ड हो गया और पुलिस मौके पर पहुंच गई।
शिकायत दर्ज कराने वाली महिला निकलीं एसडीएम की दूसरी पत्नी
घटना के बाद एसडीएम के साथ मौजूद महिला ने थाने में शिकायत दी कि पंप कर्मियों ने उन्हें गलत नजरों से देखा, आँख मारी और अभद्र टिप्पणी की, जिससे उनके पति आक्रोशित हो गए।
इस बयान के आधार पर पुलिस ने तीन पंप कर्मचारियों दीपक माली, प्रभुलाल कुमावत और राजा शर्मा को गिरफ्तार किया, जिन्हें बाद में रिहा कर दिया गया।
अब जाँच में पता चला है कि शिकायत देने वाली महिला एसडीएम की दूसरी पत्नी दीपिका व्यास हैं, जिन्होंने 2024 में शर्मा से शादी की थी। दोनों का दो महीने का बच्चा भी है। दीपिका वर्तमान में भीलवाड़ा की अंसल कॉलोनी में रहती हैं।
पहली पत्नी पूनम शर्मा का आरोप: ‘मुझे निकाला, जाली दस्तखत से तलाक दाखिल किया’
एसडीएम की पहली पत्नी पूनम शर्मा ने खुलासा किया कि उनकी शादी 2008 में हुई थी, लेकिन अब वह बच्चों के साथ अलग रह रही हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि छोटूलाल ने उन्हें घर से निकाल दिया और तलाक के कागजों पर फर्जी हस्ताक्षर किए।
पूनम ने बताया कि उन्होंने जोधपुर हाईकोर्ट में मुकदमा दायर किया है और पति के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रही हैं।
विवादों का पुराना रिश्ता: तीन बार पहले भी कार्रवाई झेल चुके हैं शर्मा
यह पहला मौका नहीं है जब छोटूलाल शर्मा विवादों में आए हों।
पहली बार उन्हें पंचायत समिति के विकास अधिकारी से विवाद के बाद हटाया गया था।
दूसरी बार उन पर खनन (माइनिंग) से जुड़ी अनियमितताओं के आरोप लगे थे।
तीसरी बार टोंक में SDM रहते हुए उन्होंने अपने ही चपरासी से हाथापाई की थी, जो कथित रूप से रिश्वत विवाद से जुड़ा था।
अब थप्पड़कांड ने उनके करियर पर चौथी बार अनुशासनात्मक गाज गिरा दी है।
सरकार की कार्रवाई: तत्काल निलंबन और मुख्यालय जयपुर स्थानांतरित
राज्य सरकार ने 21 अक्टूबर की घटना के बाद एसडीएम छोटूलाल शर्मा को निलंबित कर दिया।
उनका मुख्यालय अब जयपुर सचिवालय (कार्मिक विभाग) में रखा गया है।
प्रशासन ने कहा कि “अधिकारी के आचरण की विस्तृत जाँच” की जाएगी।
बड़े सवाल पद, प्रतिष्ठा और पुलिस की तत्परता पर संशय
यह पूरा मामला अब कई गंभीर सवाल खड़े करता है:
1. क्या एसडीएम ने अपने पद का दुरुपयोग किया?
2. क्या पुलिस ने बिना सत्यापन के आरोपियों पर कार्रवाई की?
3. और क्या छेड़छाड़ की शिकायत पूर्वनियोजित या झूठी थी?
जाँच एजेंसियां अब इन सभी पहलुओं की तथ्यात्मक जाँच कर रही हैं।
प्रशासनिक हलकों में इस घटना ने साख और जवाबदेही पर तीखी बहस छेड़ दी है।
थप्पड़कांड से प्रशासनिक मर्यादा तक: एक अफसर की कहानी में उलझी कई परतें
थप्पड़ से शुरू हुआ यह विवाद अब एक निजी-प्रशासनिक गुत्थी में बदल गया है।
एक ओर, अफसर का निजी जीवन और विवाहिक विवाद, दूसरी ओर पद की गरिमा और कानून का पालन, दोनों टकराते दिखाई दे रहे हैं।
राज्य सरकार ने फिलहाल स्पष्ट किया है कि “निलंबन के बाद पूरी जाँच होगी, और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
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