महिलाओं की आवाज को मंच: बंगाल में महिला आयोग की जनसुनवाई, अर्चना मजूमदार बोलीं – हर पीड़िता की सुनवाई सुनिश्चित की जाएगी

राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य अर्चना मजूमदार के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल के हूगली जिला के उत्तरपारा में 'राष्ट्रीय महिला आयोग आपके द्वार' के महिला जनसुनवाई में पीड़ित महिलाओं की सुनवाई की और राज्य सरकार की प्रशासनिक अधिकारियों को शिकायतों का त्वरित समाधान और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

Jun 6, 2025 - 16:19
Jun 6, 2025 - 18:49
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महिलाओं की आवाज को मंच: बंगाल में महिला आयोग की जनसुनवाई, अर्चना मजूमदार बोलीं – हर पीड़िता की सुनवाई सुनिश्चित की जाएगी
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य अर्चना मजूमदार

राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की सदस्य अर्चना मजूमदार ने 6 जून 2025 को उत्तरपाड़ा, पश्चिम बंगाल में 'महिला जनसुनवाई' कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस कार्यक्रम में विभिन्न जिलों की महिलाओं ने घरेलू हिंसा, कार्यस्थल पर उत्पीड़न, दहेज उत्पीड़न, पुलिस की निष्क्रियता जैसी समस्याओं को खुलकर रखा। अर्चना मजूमदार ने आश्वासन दिया कि हर शिकायत पर प्राथमिकता से कार्रवाई की जाएगी और पीड़िताओं को न्याय दिलाने के लिए आयोग पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

प्रमुख बिंदु:

* स्थान:  नेताजी भवन, भवानीपुर रोड, उत्तरपाड़ा (जय कृष्ण पुस्तकालय के सामने)

*  तिथि/समय: 6 जून 2025, प्रातः 10 बजे से

* अध्यक्षता: श्रीमती अर्चना मजूमदार, सदस्य, राष्ट्रीय महिला आयोग

* उपस्थित अधिकारी: स्थानीय पुलिस प्रशासन उच्चाधिकारी, थाना प्रतिनिधि, अधिवक्ता, सामाजिक कार्यकर्ता

* मुख्य फोकस: घरेलू हिंसा, यौन उत्पीड़न, पुलिस की निष्क्रियता, बालिकाओं की सुरक्षा

राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य श्रीमती अर्चना मजूमदार ने कहा कि "महिलाएँ न्याय पाने के लिए वर्षों से संघर्ष कर रही हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग का यह उद्देश्य है कि हर महिला की बात सुनी जाए और उसका समाधान सुनिश्चित किया जाए। बंगाल की महिलाओं को भी अब खुलकर बोलने और न्याय पाने का मंच मिल रहा है।" 

उन्होंने आगे कहा कि यह सुनवाई महिलाओं को एक सुलभ, संवेदनशील और न्यायोचित मंच प्रदान करेगी, जहाँ उनकी शिकायतों को गंभीरता से सुना जाएगा और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करवाई जाएगी।

* महिलाओं की शिकायतें सुनी गई और स्थानीय पुलिस अधिकारी को निर्देशित किया गया

* महिला आयोग की टीम एवं स्थानीय पुलिस अधिकारियों द्वारा सुनवाई

* अधिवक्ताओं द्वारा विधिक परामर्श

* संयमित और सुनियोजित संवाद की प्रक्रिया

महत्व:

* सुलभ न्याय प्रणाली की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

* नारी सशक्तिकरण के लिए जनभागीदारी का प्रमाण

* संवेदनशील प्रशासन और जवाबदेही को बल

* स्थानीय समस्याओं के समाधान में राष्ट्रीय संस्थाओं की सीधी भूमिका

'महिला जनसुनवाई' जैसे कार्यक्रम ग्रासरूट स्तर पर न्याय पहुँचाने की दिशा में अत्यंत प्रभावी पहल है। श्रीमती अर्चना मजूमदार की अगुवाई में आयोजित यह सुनवाई पश्चिम बंगाल की महिलाओं के लिए एक विश्वास पुनर्स्थापना का अवसर बनी। आयोग द्वारा हर शिकायत को गंभीरता से लिया गया और आगे की कार्रवाई की दिशा तय की गई।

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सुशील कुमार पाण्डेय मैं, अपने देश का एक जिम्मेदार नागरिक बनने की यात्रा पर हूँ, यही मेरी पहचान है I