एशियाई पैरा-बैडमिंटन चैंपियनशिप: भारत ने थाईलैंड में जीते रिकॉर्ड 27 पदक, किया सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
भारतीय पैरा-बैडमिंटन टीम ने थाईलैंड में आयोजित एशियाई पैरा-बैडमिंटन चैंपियनशिप 2025 में इतिहास रचते हुए 27 पदक जीते, जो देश का इस प्रतियोगिता में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भारत ने 4 स्वर्ण, 10 रजत और 13 कांस्य पदक जीते, जिसमें लगभग हर वर्ग में पदक हासिल करने में सफलता मिली। इस उपलब्धि ने भारत की पैरा-बैडमिंटन में बढ़ती ताकत और गहराई को रेखांकित किया है।

एशियाई पैरा-बैडमिंटन चैंपियनशिप 2025 में भारतीय पैरा-बैडमिंटन टीम ने थाईलैंड में अपना इतिहास रचा और भारत का नाम रोशन किया। यह टूर्नामेंट 17 से 22 जून 2025 तक थाईलैंड में आयोजित किया गया था, जिसमें बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) ने भाग लेने वाले खिलाड़ियों को उनकी विकलांगता के आधार पर छह श्रेणियों में विभाजित किया—व्हीलचेयर (WH) 1, WH 2, स्टैंडिंग लोअर (SL) 3, SL 4, स्टैंडिंग अपर (SU) 5 और SU। इस चैंपियनशिप में भारतीय टीम ने कुल 27 पदक जीते, जिसमें 4 स्वर्ण, 10 रजत और 13 कांस्य पदक शामिल हैं। यह भारत का इस आयोजन में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है, जिसने 2016 बीजिंग संस्करण में 13 पदक के पिछले रिकॉर्ड को काफी पीछे छोड़ दिया।
- प्रतियोगिता: एशियाई पैरा-बैडमिंटन चैंपियनशिप 2025, थाईलैंड (17-22 जून)
- पदक: 4 स्वर्ण, 10 रजत, 13 कांस्य (कुल 27 पदक)
- मुख्य उपलब्धि: भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
- प्रमुख विजेता:
- स्वर्ण:
- नितेश कुमार (MS SL3)
- नितेश कुमार और तुलसीमथी मुर्गेसन (XD SL3-SU5)
- मिनिशा रामदास (WS SU5)
- नितेश कुमार और सुकांत कदम (MD SL3-SL4)
- रजत:
- कृष्ण नागर और नित्या (XD SH6)
- मंदीप कौर (WS SL3)
- पलक कोहली (WS SL4)
- रुथिक राघुपति और मानसी जोशी (XD SL3-SU5)
- नित्या श्रे (WS SH6)
- नित्या श्रे और रचना पटेल (WD SH6)
- सूर्यकांत यादव (MS SL4)
- जगदीश दिल्ली और नवीन शिवकुमार (MD SL3-SL4)
- रुथिक राघुपति और हरदिक मक्कड़ (MD SU5)
- मानसी जोशी और तुलसीमथी मुर्गेसन (WD SL3-SU5)
- कांस्य:
- मानसी जोशी (WS SL3)
- नवीन शिवकुमार (MS SL4)
- अभिजीत साखूजा और अरबाज अंसारी (MD SL3-SL4)
- उमेश विक्रम कुमार (MS SL3)
- प्रेम अले और अबू हुबैदा (MD WH1-WH2)
- अल्फिया जेम्स और पल्लवी कालुवेहल्ली (WD WH1-WH2)
- तुलसीमथी मुर्गेसन (WS SU5)
- कृष्ण नागर (MS SH6)
- कृष्ण नागर और डी. पांडुरंगन (MD SH6)
- चिराग बरेथा और मंदीप कौर (XD SL3-SU5)
- चिराग बरेथा और राजकुमार (MD SU5)
- अल्फिया जेम्स (WS WH2)
- मनीषा और मंदीप (WD SL3-SU5)
प्रमुख विजेता और उपलब्धियाँ:
- नितेश कुमार: नितेश कुमार ने पुरुष एकल SL3, मिश्रित युगल SL3-SU5 (तुलसीमथी मुर्गेसन के साथ) और पुरुष युगल SL3-SL4 (सुकांत कदम के साथ) में तीन स्वर्ण पदक जीते। उनका यह प्रदर्शन टूर्नामेंट में सबसे अधिक चर्चित रहा।
- सुकांत कदम: सुकांत कदम ने नितेश कुमार के साथ पुरुष युगल SL3-SL4 में स्वर्ण पदक जीता। इस फाइनल में उन्होंने साथी भारतीयों जगदीश दिल्ली और नवीन शिवकुमार को तीन सेटों के रोमांचक मुकाबले में 21-17, 11-21, 21-11 से हराया।
- अन्य पदक: इसके अलावा, भारत ने लगभग हर श्रेणी में पदक हासिल किए, जो देश की पैरा-बैडमिंटन टीम की गहराई और निरंतरता को दर्शाता है। कई अन्य खिलाड़ियों ने भी रजत और कांस्य पदक जीते, जिसमें मानसी जोशी, पलक कोहली, रुथिक राघुपति, कृष्ण नागर, नित्या श्रे, अभिजीत सखूजा और मोहम्मद अरवाज़ अंसारी जैसे नाम शामिल हैं।
- क्वार्टर फाइनलिस्ट: रुड़की के वंश उपाध्याय जैसे खिलाड़ी भी क्वार्टर फाइनल तक पहुंचे और देश का प्रतिनिधित्व किया।
टूर्नामेंट का महत्व और प्रभाव:
- भारत का वर्चस्व: भारत ने इस बार लगभग हर श्रेणी में पदक जीते, जिससे एशियाई पैरा-बैडमिंटन में देश का वर्चस्व और मजबूत हुआ है।
- रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन: 27 पदक के साथ भारत ने इस आयोजन में अपना सबसे अच्छा प्रदर्शन किया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई।
- भविष्य की संभावनाएँ: इस सफलता से भारतीय पैरा-बैडमिंटन टीम के भविष्य के लिए नए मानक स्थापित हुए हैं और युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना है।
एशियाई पैरा-बैडमिंटन चैंपियनशिप 2025 में भारत का प्रदर्शन अभूतपूर्व रहा। टीम ने न केवल रिकॉर्ड पदक जीते, बल्कि लगभग हर श्रेणी में अपना परचम लहराया। यह सफलता भारतीय पैरा-बैडमिंटन के उज्ज्वल भविष्य की ओर इशारा करती है और देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाती है।
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