जंगलमहल के गोयालतोड़ में राखी बंधन: सांस्कृतिक एकता और भाईचारे का संदेश
पश्चिम मेदिनीपुर के जंगलमहल क्षेत्र में स्थित गोयालतोड़ कस्बा इस बार राखी बंधन के अवसर पर खासा उत्साहित था। यहां की सृजन डांस एकेडमी ने राखी बंधन के पर्व को न सिर्फ पारंपरिक रूप में, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता के प्रतीक के तौर पर मनाया। इस आयोजन ने न सिर्फ बच्चों और युवाओं को, बल्कि पूरे क्षेत्र को एक नई ऊर्जा और भाईचारे के भाव से जोड़ दिया।

पश्चिम मेदिनीपुर के जंगलमहल क्षेत्र में स्थित गोयालतोड़ कस्बा इस बार राखी बंधन के अवसर पर खासा उत्साहित था। यहां की सृजन डांस एकेडमी ने राखी बंधन के पर्व को न सिर्फ पारंपरिक रूप में, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता के प्रतीक के तौर पर मनाया। इस आयोजन ने न सिर्फ बच्चों और युवाओं को, बल्कि पूरे क्षेत्र को एक नई ऊर्जा और भाईचारे के भाव से जोड़ दिया।
शोभायात्रा से शुरू हुआ अभियान
राखी बंधन की सुबह सृजन डांस एकेडमी की निदेशिका श्रीमती पायल पात्रा के नेतृत्व में सैंकड़ों छात्र-छात्राओं ने शिधु कान्हू स्टैचू से शोभायात्रा निकाली। शोभायात्रा का मार्ग कोले मोड़, गोयालतोड़ का मुख्य क्षेत्र और आसपास की सड़कों से होकर पूरे कस्बे का चक्कर लगाया गया। इस दौरान बच्चों ने अपने हाथों से बनायी गई पीली राखियां राहगीरों, दुकानदारों, व्यवसायियों, बस यात्रियों, पुलिसकर्मियों और प्रशासनिक अधिकारियों को बांधकर उन्हें भाईचारे और एकता का संदेश दिया।
रवींद्रनाथ टैगोर की भावना से प्रेरित
इस आयोजन की सबसे खास बात रही इसकी रवींद्रनाथ टैगोर की भावना से प्रेरित संकल्पना। पूरी कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों के बीच सांस्कृतिक एकता, आपसी सम्मान और सद्भावना को बढ़ावा देना था। बच्चों ने रवींद्र संगीत एवं नृत्य की प्रस्तुतियां दीं, जिससे न सिर्फ इलाके का सांस्कृतिक माहौल समृद्ध हुआ, बल्कि छोटे बच्चों में भी कला और साहित्य के प्रति रुचि बढ़ी।
प्रशासनिक और क्षेत्रीय गणमान्य लोगों की उपस्थिति
आयोजन में क्षेत्र के सम्मानित शिक्षक और कवि श्री देवीप्रसाद पांजा, विशिष्ट सांस्कृतिक हस्ती श्री शिशिर हाज़रा समेत कई गण्यजन, गोयालतोड़ थाना के आईसी समेत सभी प्रशासनिक अधिकारी, बीडीओ और पुलिसकर्मी उपस्थित रहे। सभी को भी बच्चों द्वारा राखी बाँधी गई और भाईचारे का आलिंगन दिया गया।
सृजन डांस एकेडमी की भूमिका
एकेडमी की निदेशिका श्रीमती पायल पात्रा ने संवाददाताओं को बताया कि वह और उनका संस्थान इलाके के बच्चों और युवाओं में सकारात्मक सोच, सांस्कृतिक जागरूकता और सामाजिक एकता को बढ़ाने के लिए हमेशा प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में, हम राखी को सिर्फ रक्षा सूत्र ही नहीं, बल्कि विभिन्न समुदायों में एकता, प्रेम और आत्मीयता के प्रतीक के रूप में स्थापित करना चाहते हैं।
क्षेत्रवासियों में उत्साह
पूरे आयोजन को लेकर गोयालतोड़ और आसपास के इलाके में व्याप्त उत्साह देखने लायक था। बच्चों की खुशियों और प्रेमभाव ने हर किसी के दिल को छू लिया। दुकानदारों, यात्रीगण और राहगीरों ने भी खुल कर इस अभियान का स्वागत किया। इस प्रकार, राखी बंधन सिर्फ एक पर्व नहीं, बल्कि भाईचारे और सांस्कृतिक एकता का जीवंत उदाहरण बन गया।
गोयालतोड़ में आयोजित यह राखी बंधन कार्यक्रम निस्संदेह क्षेत्रीय समाज को जोड़ने वाला सफल प्रयास साबित हुआ। सृजन डांस एकेडमी की पहल के माध्यम से न सिर्फ बच्चों को प्रेरणा मिली, बल्कि भाईचारे का संदेश भी प्रसारित हुआ। यह आयोजन राखी के पर्व को सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का प्रमुख प्रतीक बनाने में भी सफल रहा।
मुख्य बिंदु:
- राखी के बहाने भाईचारे और प्रेम का संदेश
- स्थानीय नागरिक, प्रशासनिक अधिकारी, पुलिसकर्मी सभी शामिल
- बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम और शोभायात्रा
- सृजन डांस एकेडमी द्वारा निरंतर सामाजिक पहल
- पूरे क्षेत्र में उत्साह और सकारात्मक माहौल
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