मैनपुरी: जीटी रोड पर दंपती से लूट के बाद महिला से दुष्कर्म, थाने में पति की पिटाई, पुलिस संवेदनहीनता पर सवाल
मैनपुरी जिले के जीटी रोड पर शुक्रवार रात एक दंपती के साथ लूटपाट हुई और महिला को बदमाश कार में अगवा कर ले गए। चलती कार में पांच घंटे तक उसके साथ गैंगरेप किया गया और अचेत अवस्था में एटा क्षेत्र में सड़क किनारे फेंक दिया। पीड़ित पति ने 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी, लेकिन बिछवां पुलिस ने मदद करने के बजाय उसे ही हत्या के शक में बेरहमी से पीटकर हवालात में बंद कर दिया। जब पीड़िता होश आने पर कुरावली थाने पहुँची और हकीकत सामने आई, तब प्रशासन सक्रिय हुआ। मीडिया के दबाव और जन आक्रोश के बाद बिछवां थानाध्यक्ष को लाइनहाजिर कर मामले की जांच शुरू की गई है, लेकिन घटना ने पुलिस की संवेदनहीनता और कार्यशैली को कठघरे में खड़ा कर दिया है।

मैनपुरी, उत्तर प्रदेश: जिले के जीटी रोड पर 11 जुलाई (शुक्रवार) की रात को एक दर्दनाक और दुस्साहसिक वारदात सामने आई। औरैया निवासी एक युवक अपनी पत्नी के साथ बाइक से बहन के घर जा रहा था। रात करीब 10 बजे जुन्हैसा मोड़ पर अचानक ईको सवार बदमाशों ने उनकी बाइक को रोक लिया। तमंचे के बल पर दोनों से लूटपाट की गई, इसके बाद बदमाश महिला को जबरन अपनी कार में डालकर ले गए। वे महिला को कई घंटे तक कार में बंधक बनाकर उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म करते रहे। बदमाश अंत में महिला को अचेतावस्था में एटा क्षेत्र में सड़क किनारे फेंककर फरार हो गए।
दूसरी ओर, पीड़ित पति ने जैसे-तैसे सहायता लेकर 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची, परन्तु कार्रवाई के बजाय पति पर ही शक जताते हुए उसे थाने ले गई और आरोप लगाने लगी कि उसने ही अपनी पत्नी की हत्या कर लाश गायब की है। कथित तौर पर पुलिस ने युवक को बेरहमी से पीटा और पूरी रात हवालात में बंद रखा, जबकि वह पुलिस से बार-बार अपनी पत्नी की तलाश करने की गुहार लगाता रहा।
इस दौरान महिला ने किसी तरह होश आने पर अपने परिजनों को फोन किया और फिर बस से थाना कुरावली पहुंचकर आपबीती सुनाई। कुरावली पुलिस ने जानकारी होते ही बिछवां थाने को सूचित किया। प्राथमिक रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि भले संदेह के घेरे में थी, लेकिन महिला ने बार-बार अपने साथ हुई हैवानियत की बात दोहराई। मेडिकल परीक्षण करवाया गया, आगे की फॉरेंसिक जांच जारी है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की सूचना मिलते ही पूरे मामले को दबाने की कोशिश की गई, लेकिन मीडिया रिपोर्टिंग और परिजनों के विरोध के चलते लापरवाही के आरोपित बिछवां थानाध्यक्ष को लाइनहाजिर कर दिया गया है। फिलहाल, अपराध शाखा एवं स्वाट टीम बदमाशों की तलाश कर रही है, और महिला की चिकित्सीय जांच के साथ-साथ पुलिस कर्मियों के आचरण की भी विभागीय जांच चल रही है।
इस घटना से क्षेत्र में आक्रोश है और पुलिस की संवेदनहीनता व पेशेवर कर्त्तव्यनिष्ठा पर गहरे सवाल उठे हैं। यह केस उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था और पुलिसिंग की जमीन हकीकत को उजागर करता है।
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