सत्यजित राय फिल्म एवं टेलीविजन इंस्टीट्यूट में नाट्य मंचन | जनता पागल हो गई नाटक
कोलकाता में स्वच्छता दिवस एवं हिंदी पखवाड़ा के अवसर पर SRFTI में ‘जनता पागल हो गई’ नाटक का मंचन हुआ। संस्कृति नाट्य मंच की इस प्रस्तुति ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जनचेतना और प्रतिरोध का संदेश दिया।

कोलकाता, 26 सितंबर। स्वच्छता दिवस एवं हिंदी पखवाड़ा के उपलक्ष्य में सत्यजित राय फिल्म एवं टेलीविजन इंस्टीट्यूट (SRFTI), कोलकाता में एक विचारोत्तेजक नाट्य मंचन का आयोजन किया गया। इस विशेष कार्यक्रम का उद्देश्य सामाजिक सचेतनता, भ्रष्टाचार-विरोध और स्वच्छता जैसे विषयों पर जन-जागरूकता फैलाना था।
सांस्कृतिक पुनर्निर्माण मिशन द्वारा स्थापित संस्कृति नाट्य मंच ने इस अवसर पर “जनता पागल हो गई” नाटक का मंचन किया। यह नाटक व्यवस्था में व्याप्त भ्रष्टाचार, सामाजिक विसंगतियों और जनप्रतिरोध की अनिवार्यता पर तीखा प्रहार करता है। कलाकारों के दमदार अभिनय और प्रभावशाली संवादों ने दर्शकों को झकझोर कर रख दिया।
नाटक में सुषमा कुमारी, संजना जायसवाल, फरहान अजीज, मुकेश पंडित, प्रभाकर साव, नंदिनी शाहा, प्रगति दूबे, अजय पोद्दार और अंजली कुमारी ने अभिनय किया। नाटक के निर्देशक एवं संस्कृतिकर्मी डॉ. संजय जायसवाल ने कहा, “नाटक साहित्य और कला की सबसे मजबूत और प्रभावी विधा है। यह न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि जन चेतना और प्रतिरोध का सशक्त माध्यम भी है।”
इस अवसर पर संस्थान की ओर से श्री सोमादित्य मजुमदार (कुल सचिव, प्रभारी) ने अतिथियों का स्वागत किया और प्रस्तुति की सराहना की।
हितेश लिया (सहायक प्रोफेसर, सिनेमैटोग्राफी एवं नोडल अधिकारी, स्वच्छता कार्य प्रभारी) ने भी अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की।
कार्यक्रम का संचालन श्री संजय दास (हिंदी अनुवाद अधिकारी) ने किया। इस मौके पर संस्थान के शिक्षकों, विद्यार्थियों और अधिकारियों ने नाटक का आनंद लिया और इसे समाज में परिवर्तनकारी चेतना का वाहक बताया।
इस आयोजन ने यह संदेश स्पष्ट किया कि कला केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि समाज में विचार जगाने और प्रतिरोध खड़ा करने का औजार भी है।
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