घाटाल में कैंसर रोगियों के लिए केशदान शिविर, चार महिलाओं ने बढ़ाया मानवता का मान
पश्चिम मेदिनीपुर जिले के घाटाल में भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी की पहल पर कैंसर रोगियों के लिए एक विशेष केशदान शिविर आयोजित किया गया। इस मानवीय पहल में चार महिलाओं नबनीता घाना, श्रावणी भट्टाचार्य राय, रुपा चक्रवर्ती और स्नेहा दास ने अपने बाल दान किए। कैंसर मरीजों की मानसिक और भावनात्मक स्थिति को ध्यान में रखते हुए यह शिविर आत्मविश्वास और सम्मान बढ़ाने की दिशा में एक प्रेरणादायी कदम है।

खड़गपुर, पश्चिम मेदिनीपुर (घाटाल): कैंसर सिर्फ शारीरिक नहीं, मानसिक और भावनात्मक संघर्ष भी है। खासतौर पर कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी के चलते जब मरीजों के बाल झड़ जाते हैं, तो यह उनके आत्म-सम्मान और आत्मविश्वास को गहरा आघात पहुंचाता है। इस संवेदनशीलता को समझते हुए भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी घाटाल शाखा ने एक विशेष केशदान शिविर का आयोजन किया।
इस शिविर में चार साहसी और संवेदनशील महिलाओं नबनीता घाना, श्रावणी भट्टाचार्य राय, रुपा चक्रवर्ती और स्नेहा दास ने भाग लिया और अपने बाल दान किए। इन महिलाओं में कोई घरेलू महिला है, कोई अधिवक्ता तो कोई छात्रा, लेकिन सबका उद्देश्य एक ही था: कैंसर रोगियों की मुस्कान लौटाना।
घाटाल के एसडीओ सुमन बिस्वास ने इस अवसर पर समाज से आग्रह किया कि अधिक से अधिक लोग आगे आएं और कैंसर रोगियों के लिए बाल दान करें। उन्होंने कहा, “एक छोटा सा दान, किसी की पूरी ज़िंदगी बदल सकता है।”
भारत में कई संगठन हैं जो ऐसे केशदान स्वीकार करते हैं और उन बालों से नि:शुल्क विग तैयार करके कैंसर मरीजों को प्रदान करते हैं। यह न केवल उनकी आत्म-छवि को संबल देता है, बल्कि उन्हें समाज के साथ सामान्य जीवन जीने की प्रेरणा भी देता है।
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