दिल को छू लेने वाली कोच की कहानी: 'सितारे ज़मीन पर' में आमिर खान का अभिनय और आत्मा दोनों झलकते हैं

2025 में रिलीज़ हुई फिल्म 'सितारे ज़मीन पर', स्पेनिश फिल्म Campeones का भारतीय रीमेक है। निर्देशक आर.एस. प्रसन्ना और लेखिका अदिति निधि शर्मा के सहयोग से बनी यह फिल्म भावनाओं, हास्य और प्रेरणा का अद्भुत संगम है।

Jun 24, 2025 - 12:55
Jun 24, 2025 - 13:04
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दिल को छू लेने वाली कोच की कहानी: 'सितारे ज़मीन पर' में आमिर खान का अभिनय और आत्मा दोनों झलकते हैं
सितारे जमीन पर फिल्म का पोस्टर

2025 में रिलीज़ हुई फिल्म 'सितारे ज़मीन पर', स्पेनिश फिल्म Campeones का भारतीय रीमेक है। निर्देशक आर.एस. प्रसन्ना और लेखिका अदिति निधि शर्मा के सहयोग से बनी यह फिल्म भावनाओं, हास्य और प्रेरणा का अद्भुत संगम है। आमिर खान, एक सख्त लेकिन दिल से जुड़ने वाले कोच की भूमिका में, अपने पुराने स्वभाव से हटकर एक नई संवेदनशीलता और मानवीयता के साथ स्क्रीन पर लौटते हैं। उनके साथ जेनेलिया डिसूजा, पत्नी के रूप में, दर्शकों के दिल में अपनी सादगी और सौम्यता से गहरी छाप छोड़ती हैं।

कहानी:

एक प्रतिभाशाली लेकिन असंवेदनशील बास्केटबॉल कोच (आमिर खान), जिनकी नियति उन्हें एक ऐसे विशेष बच्चों की टीम को कोचिंग देने पर मजबूर करती है जो मानसिक या शारीरिक रूप से अलग हैं।

शुरुआत में यह उसे सज़ा लगती है, लेकिन धीरे-धीरे वह इन बच्चों के जरिए खुद को बदलते देखता है –अहंकार से संवेदना तक की यात्रा इस फिल्म का असली नायक है।

अभिनय:

आमिर खान ने एक बार फिर साबित किया है कि वे सिर्फ अभिनेता नहीं, बल्कि एक संवेदनशील कहानीकार भी हैं।

जेनेलिया डिसूजा अपनी गरिमा और मधुरता से स्क्रीन को संजीदा बनाती हैं।

टीम के विशेष बाल कलाकारों ने बिना बनावट के सहज अभिनय करके फिल्म को यथार्थ और आत्मा दी है।

निर्देशन और लेखन:

निर्देशक आर.एस. प्रसन्ना ने एक संवेदनशील विषय को बिना मेलोड्रामा के बहुत सलीके से प्रस्तुत किया है।

लेखिका अदिति निधि शर्मा की पटकथा संवादों और भावनाओं के संतुलन से भरपूर है।

संगीत और तकनीकी पक्ष:

बैकग्राउंड स्कोर और भावनात्मक दृश्यों में संगीत की भूमिका प्रभावशाली है।

छायांकन (cinematography) में साधारण स्कूल-कॉर्ट को भी खास बना देने का जादू है।

क्या खास है?

 हँसी और आँसुओं का सटीक संतुलन

 'सितारे ज़मीन पर' से अलग एक सामाजिक परिपक्वता

 मानवता और आत्मसम्मान के बीच पुल बनाती कहानी

सितारे ज़मीन परसिर्फ एक फिल्म नहीं, एक अनुभव है। यह हमें हँसाती है, रुलाती है और यह भी सिखाती है कि हमारे भीतर की कमजोरी भी किसी और के लिए प्रेरणा बन सकती है। आमिर खान एक बार फिर साबित करते हैं कि वे सिर्फ कलाकार नहीं, विचार हैं।

रेटिंग:  (4.5/5)

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