विदेश मंत्री जयशंकर का सख्त संदेश: "आतंकी पाकिस्तान में हों या कहीं और, घुसकर मारेंगे"
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने ब्रसेल्स (बेल्जियम) में एक संवाद के दौरान स्पष्ट कहा कि यदि आतंकवादी वहाँ भी छिपे होंगे, तो भारत घुसकर उन्हें मारने से नहीं हिचकेगा। यह बयान भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति और सशक्त विदेश नीति के रुख को अंतरराष्ट्रीय मंच पर दोहराता है।

विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने ब्रसेल्स (बेल्जियम) में एक संवाद के दौरान स्पष्ट कहा कि भारत की आतंकवाद के प्रति नीति 'जीरो टॉलरेंस' पर आधारित है। उन्होंने पाकिस्तान का नाम लेते हुए कहा कि यदि आतंकवादी वहाँ भी छिपे होंगे, तो भारत घुसकर उन्हें मारने से नहीं हिचकेगा। यह बयान भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति और सशक्त विदेश नीति के रुख को अंतरराष्ट्रीय मंच पर दोहराता है।
बयान का प्रमुख बिंदु:
आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति कड़ाई पर आधारित है।
"अगर आतंकवादी पाकिस्तान में भी छिपे होंगे तो घुसकर मारेंगे" – एस. जयशंकर
भारत किसी भी सीमापार आतंकी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगा।
यह बयान अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भारत के स्पष्ट और निर्णायक रुख का संकेत है।
राजनयिक मंच पर भारत की सशक्त उपस्थिति
ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ के नेताओं और रणनीतिक विशेषज्ञों के साथ बातचीत में जयशंकर ने यह संदेश दिया कि भारत सिर्फ़ घरेलू स्तर पर ही नहीं, बल्कि वैश्विक मंच पर भी आतंकवाद को लेकर सक्रिय और स्पष्ट रणनीति रखता है।
पृष्ठभूमि और संदर्भ:
पुलवामा हमले के बाद भारत ने बालाकोट एयरस्ट्राइक के ज़रिए पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर हमला किया था। जयशंकर का यह बयान उसी नीति की कूटनीतिक पुनः पुष्टि के रूप में देखा जा रहा है।
जयशंकर का यह बयान ना सिर्फ़ भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा दृष्टि को मजबूत करता है, बल्कि वैश्विक समुदाय को यह भी बताता है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत किसी सीमा तक जा सकता है।
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