प्रयागराज: जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने आईजीआरएस रैंकिंग सुधार को लेकर की कड़ी कार्रवाई
प्रयागराज में जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने आईजीआरएस रैंकिंग सुधार हेतु अधिकारियों की समीक्षा बैठक की। लापरवाह उप जिलाधिकारियों और कई विभागीय अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई व कारण बताओ नोटिस जारी किए गए।

जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने आईजीआरएस रैंकिंग सुधार को लेकर की सख्त समीक्षा, लापरवाह अधिकारियों पर गिरी गाज
प्रयागराज। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में रविवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आईजीआरएस (Integrated Grievance Redressal System) रैंकिंग सुधार हेतु समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभागवार विस्तृत समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि शिकायत निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी फूलपुर दिग्विजय सिंह और उप जिलाधिकारी सोरांव हीरालाल सैनी को आईजीआरएस पर लापरवाही बरतने व शिकायतकर्ताओं से वार्ता न करने पर प्रतिकूल प्रविष्टि देने के आदेश दिए। साथ ही उप जिलाधिकारी मेजा, बारा और कोरांव तहसीलदारों के साथ-साथ तहसीलदार फूलपुर व सोरांव को कारण बताओ नोटिस जारी करने और शासन को पत्र भेजने के निर्देश दिए।
इसी क्रम में, अधिशासी अभियंता विद्युत (नोडल) अमर सिंह, अधिशासी अभियंता सिंचाई एस.पी. चौधरी और अधिशासी अभियंता उत्तर प्रदेश जल निगम (ग्रामीण) प्रवीण कुट्टी समेत 9 जिला स्तरीय अधिकारियों के विरुद्ध भी कार्रवाई की संस्तुति शासन को भेजे जाने का आदेश दिया गया।
खंड विकास अधिकारी कोरांव, हंडिया, मांडा, ऊरुवा, बहरिया एवं सहायक खंड विकास अधिकारी कोरांव, ऊरुवा, मऊआइमा, सोरांव, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत फूलपुर, शंकरगढ़, कोरांव और सीएचसी भगवतपुर के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को असंतोषजनक कार्यप्रणाली पर मध्यावधि प्रतिकूल प्रविष्टि देने का आदेश जारी किया गया।
जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी दी कि आईजीआरएस से जुड़े प्रकरणों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध होना चाहिए। उन्होंने कहा कि असंतुष्ट फीडबैक की अधिक संख्या और शिकायतकर्ताओं से संवाद न करना गंभीर आरोप हैं और ऐसे मामलों में सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही अनिवार्य रूप से की जाएगी।
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