पद्मविभूषण पंडित छन्नूलाल मिश्र का निधन | मिर्जापुर में 2 अक्तूबर 2025 को निधन, अंतिम संस्कार बनारस में
वरिष्ठ हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र का 2 अक्तूबर 2025 को मिर्जापुर में निधन। वर्षों से अस्वस्थ रहे मिश्र को बीएचयू में भर्ती किया गया था; उनका योगदान ठुमरी-दादरा व पूरब-आँग गायकी में अमूल्य रहा। शोक-संदेश और पारिवारिक पुष्टि यहाँ।

मिर्जापुर, 2 अक्तूबर 2025 | वरिष्ठ हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक और पद्म विभूषण से सम्मानित पंडित छन्नूलाल मिश्र का आज प्रातः लगभग 4:15 बजे मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश) में निधन हो गया। उनके लंबे समय से बीमार चलने की सूचना थी; कुछ दिनों पहले उन्हें बीएचयू के अस्पताल में भर्ती किया गया था, बाद में इलाज के बाद डिस्चार्ज कर घर लाया गया था। उनकी बेटी ने बताया कि पार्थिव देह का अंतिम संस्कार बनारस (वाराणसी) में होगा।
पंडित छन्नूलाल मिश्र का जन्म 3 अगस्त 1936 को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ (हरिहरपुर) में हुआ था। वे पूरब अँग गायकी की परंपरा से जुड़े माने जाते थे और ठुमरी, दादरा व भक्ति-शैली के सुप्रसिद्ध व्याख्याता रहे। अपने दीर्घ करियर में उन्हें 2010 में पद्मभूषण तथा 2020 में पद्मविभूषण जैसे शीर्ष नागरिक सम्मान दिए गए, भारतीय शास्त्रीय संगीत में उनके योगदान के लिए ये राष्ट्रीय सम्मान उनकी प्रतिष्ठा के संकेत रहे।
स्वास्थ्य-स्थिति और अस्पताल सम्बन्धी पृष्ठभूमि के अनुसार, उनकी सेहत पिछले कई महीनों से बिगड़ी हुई थी, रिपोर्टों के मुताबिक उन्हें मधुमेह (Type-2 Diabetes), उच्च रक्तचाप और अस्थिरता से जुड़ी अनेक जटिलताएँ थीं; कुछ रिपोर्टों में बताया गया कि वे बीएचयू के ICU में भी भर्ती रहे, जहाँ उनकी हालत अस्थिर हुई थी। अस्पताल में प्राथमिक सुधार के बाद उन्हें घर लाया गया था, पर आज प्रातः उनका देहांत हो गया।
शास्त्रीय संगीत के समुदाय और कला-विश्व ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। अनेक संगीतजनों, श्रोता-समूहों और राज्य-स्तरीय अधिकारियों ने श्रद्धांजलि व्यक्त की; मामले की संवेदनशीलता के चलते स्थानीय व्यवस्थाएँ अंतिम संस्कार व श्रद्धांजलि कार्यक्रमों के समुचित आयोजन में जुट गई हैं। (पारंपरिक रूप से पंडित छन्नुलाल मिश्र का अंतिम संस्कार बनारस में होगा, परिवारिक पुष्टि के अनुसार)।
संक्षिप्त जीवनी और योगदान
पूरा नाम: पंडित छन्नूलाल मिश्र. जन्म: 3 अगस्त 1936 (आजमगढ़/हरिहरपुर).
मुख्य शैली: हिंदुस्तानी शास्त्रीय (विशेषकर ठुमरी–दादरा और पूरब-आँग गायकी).
राष्ट्रीय सम्मान: पद्मभूषण (2010), पद्मविभूषण (2020) (राष्ट्रीय अवार्ड्स व उनकी विवरणिका)।
स्वास्थ्य-स्थिति: महीनों से अस्वस्थ; BHU अस्पताल में भर्ती/ICU का इलाज; मिर्जापुर में घर पर रखना गया पर आज सुबह निधन।
आख़िरी संस्कार: बनारस (वाराणसी) में किया जाएगा, परिवार की पुष्टि।
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