गोंडा में न्यायाधीश नाराज़: मेहमानों को बासी दालमोठ परोसने पर कर्मचारी से माँगा स्पष्टीकरण
गोंडा में अपर जिला न्यायाधीश ने अदालती कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए उससे स्पष्टीकरण माँगा है। कर्मचारी ने मेहमानों को बासी और बदबूदार दालमोठ परोसी, जबकि अच्छे बिस्किट उपलब्ध थे। न्यायाधीश ने इस कृत्य को गंभीर लापरवाही बताते हुए सख्त जवाब तलब किया है।

गोंडा (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में एक अद्भुत किन्तु गंभीर घटना ने न्यायिक प्रशासन में अनुशासन और शिष्टाचार की मर्यादाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। गोंडा के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने एक अदालती कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए, बासी और दुर्गंधयुक्त दालमोठ परोसने पर लिखित स्पष्टीकरण माँगा है।
कानूनी नोटिस
यह मामला 30 मई की दोपहर का है, जब अवकाश के समय न्यायाधीश अपने कक्ष में उपस्थित थे। इसी दौरान सिविल न्यायाधीश (जूनियर डिवीजन) (एफटीसी) उनके कक्ष में शिष्टाचार भेंट के लिए आए। मेहमाननवाज़ी के तहत न्यायाधीश ने कर्मचारी को चाय और बिस्किट लाने का निर्देश दिया। कर्मचारी ने केवल चाय परोसी।
जब न्यायाधीश ने दोबारा बिस्किट लाने को कहा, तो कर्मचारी बिस्किट के स्थान पर बासी और सड़ी हुई दालमोठ परोस लाया, जिससे तीव्र दुर्गंध आ रही थी। न्यायाधीश ने अपने नोटिस में उल्लेख किया कि अलमारी में पहले से अच्छी क्वालिटी के बिस्किट के दो डिब्बे रखे थे, जिनकी जानकारी कर्मचारी को थी। इसके बावजूद उसने जानबूझकर अनुपयुक्त और फेंकने योग्य दालमोठ परोसी।
न्यायाधीश ने इस कृत्य को गंभीर लापरवाही और शासकीय आदेशों की अवहेलना करार दिया और कर्मचारी से इस व्यवहार के लिए तत्काल लिखित जवाब माँगा है।
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