भारतीय भाषा परिषद ने 20 शिक्षकों को किया सम्मानित
भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता ने शिक्षक दिवस पर शिक्षा सम्मान-2025 में बंगाल के 20 हिंदी शिक्षकों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में शिक्षा की नई चुनौतियों पर चर्चा हुई।

कोलकाता, 6 सितंबर। प्रतिष्ठित साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्था भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता द्वारा शनिवार को आयोजित शिक्षा सम्मान-2025 समारोह में बंगाल के 20 हिंदी शिक्षकों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन परिषद की अध्यक्ष डॉ. कुसुम खेमानी और वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. शंभुनाथ ने किया। भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज के रेक्टर-डीन प्रो. दिलीप शाह ने 'हिंदी शिक्षण की नई चुनौतियां' विषय पर विचार रखते हुए कहा कि शिक्षक तेज आँधी में जलती मोमबत्ती की लौ की तरह हैं, जो अंधेरे में भी रास्ता दिखाते हैं।
समारोह के अध्यक्ष डॉ. शंभुनाथ ने चेतावनी दी कि आने वाले समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पारंपरिक शिक्षण व्यवस्था को चुनौती दे सकता है। इसलिए, शिक्षकों को अपनी भूमिका और भी सशक्त करनी होगी, ताकि यह धारणा दृढ़ हो कि शिक्षा, शिक्षक के बिना संभव नहीं है।
सम्मानित शिक्षकों की ओर से वक्तव्य देते हुए वर्धमान विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर गौतम सान्याल ने कहा कि शिक्षक उस तितली की तरह है जिसकी उम्र भले ही कम हो, पर वह जीवन को पूर्णता से जी लेता है। उन्होंने कहा कि 'शिक्षा सम्मान' नाम अपने आप में इस बात का प्रतीक है कि संस्था शिक्षा और शिक्षकों दोनों का गौरव बढ़ा रही है।
सम्मानित शिक्षक
1. प्रो. गौतम सान्याल, अवकाश प्राप्त प्रोफेसर, बर्दवान विश्वविद्यालय
2. प्रो. रमेश्वर मिश्र, अवकाश प्राप्त प्रोफेसर, विश्वभारती
3. गिरिधर राय, पूर्व शिक्षक, नोपानी हाई स्कूल
4. प्रो. नीरज शर्मा, प्रोफेसर, बर्दवान विश्वविद्यालय
5. डॉ. राम प्रवेश रजक, अध्यक्ष, हिंदी विभाग, कलकत्ता विश्वविद्यालय
6. प्रो. अर्जुन ठाकुर, एसोसिएट प्रोफेसर, विद्यासागर सांध्य कॉलेज
7. प्रो. प्रीति सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर, शिक्षायतन कॉलेज
8. शर्मिला बोहरा जालान, शिक्षिका एवं कथाकार, मॉडर्न हाई स्कूल फॉर गर्ल्स
9. प्रो. ललित कुमार झा, एसोसिएट प्रोफेसर, लालबाबा कॉलेज
10. प्रो. सत्यप्रकाश तिवारी, एसोसिएट प्रोफेसर, शिवपुर दीनबंधु कॉलेज
11. प्रो. मंजुला शर्मा, सहायक प्रोफेसर, टी.डी.बी. कॉलेज, रानीगंज
12. एल. रवींद्रनाथन, हिंदी शिक्षक, सनशाइन अकादमी
13. रश्मि सिंह पांडेय, प्रिंसिपल, सावित्री पाठशाला
14. अजय कुमार सिंह, शिक्षक, शिवपुर अंबिका हिंदी हाई स्कूल
15. डॉ. कलावती कुमारी, हिंदी विभागाध्यक्ष, ऋषि बंकिम चंद्र सांध्य कॉलेज, नैहाटी
16. निशा कुमारी मिश्रा, शिक्षिका, द हेरिटेज स्कूल
17. रामनारायण मिश्र, शिक्षक, टांटिया हाई स्कूल
18. आनंद कुमार गुप्ता, शिक्षक, लाल बहादुर शास्त्री विद्या मंदिर
19. योगेश साव, शिक्षक, गौरीपुर हिंदी हाई स्कूल
20. इप्सिता मुखोपाध्याय, शिक्षिका, शिक्षायतन स्कूल
संचालन और आयोजन
सभी शिक्षकों को परिषद निदेशक एवं कार्यकारिणी सदस्यों बिमला पोद्दार, घनश्याम सुगला और आशीष झुनझुनवाला ने सम्मानित किया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्रो. संजय जायसवाल ने कहा कि हिंदी शिक्षकों पर विद्यार्थियों के बीच हिंदी भाषा की शुद्धता और साहित्य के वैभव को बचाने की बड़ी जिम्मेदारी है। सुशील कान्ति ने कहा हमारे गुरु समाज की सांस्कृतिक धरोहर हैं। धन्यवाद ज्ञापन घनश्याम सुगला ने किया।
भारतीय भाषा परिषद का यह समारोह न केवल शिक्षकों के योगदान को मान्यता देता है, बल्कि बदलते समय में हिंदी शिक्षा की प्रासंगिकता और शिक्षक की अपरिहार्यता को भी रेखांकित करता है।
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