मिस्र के असवान शहर में सड़कों पर टिश्यू पेपर बेचने वाली 'मारवा' ने जीता गोल्ड
मिस्र के असवान शहर में 10 साल की एक लड़की, 'मारवा', जो असवान के सड़कों पर टिश्यू पेपर बेचती थी, ने एक बच्चों की चैरिटी मैराथन में पहला स्थान हासिल किया है। मारवा को अपनी मेहनत और दृढ़ता के लिए सराहा जा रहा है।

मारवा नाम की एक 10 साल की लड़की, जो मिस्र के असवान शहर में सड़कों पर टिश्यू पेपर बेचकर अपना जीवन व्यतीत करती थी, ने असवान में आयोजित बच्चों की चैरिटी मैराथन में पहला स्थान प्राप्त किया। इस घटना से पहले, मारवा का अधिकांश जीवन गरीबी में ही बीता था। मारवा ने असवान ट्रेन स्टेशन के पास टिश्यू पेपर बेचते हुए, एक बच्चों की चैरिटी मैराथन देखी और उसने भाग लेने का फैसला किया। हालाँकि, उसके पास इंट्री फीस के पैसे भी नहीं थे जो की 200 पाउंड थी और ना ही उसके पास ड्रेस थी और ना ही रेसिंग शूज़ थे लेकिन वो भाग लेना चाहती थी आयोजक इसकी मासूमियत देखकर उसे मना नहीं कर पाए उसने रेस में भाग लिया और बिना जूतो के ही दौड़ी ठीक वैसे ही जैसे रोज़ सड़कों लोगो के पीछे टिशू बेचने के लिए दौड़ती है।
उसे लगा कि वह आसमान की तरफ दौड़ रही है, वह फिनिश लाइन को गले लगाना चाहती थी।आयोजकों और दर्शकों की हैरत का ठिकाना नहीं था, वह लड़की जो नंगे पैर दौड़ रही थी सबको पीछे छोड़ चुकी थी और अब गोल्ड मैडल उसका था। उसने अपनी कमियों को और हालतों को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया, उसने विश्वास बनाए रखा और अपने लक्ष्य को पूरा किया।
यह खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है और मारवा की कहानी ने दुनिया भर के लोगों को प्रेरित किया है। लोगों ने मारवा की मेहनत और लगन की सराहना की। मारवा की इस सफलता ने साबित कर दिया कि कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से कुछ भी हासिल किया जा सकता है, भले ही शुरू में स्थिति कितनी भी मुश्किल क्यों न हो।
नोट: इसकी सत्यता की जानकारी जागो टीवी द्वारा सत्यापित नहीं हुई है।
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