एनएचएआई ने परियोजनाओं की निगरानी के लिए तय की इंजीनियरों की सीमा, अब एक इंजीनियर अधिकतम 10 प्रोजेक्ट्स की देखरेख करेगा
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की गुणवत्ता और निगरानी को बेहतर बनाने के उद्देश्य से परामर्शदाता फर्मों के इंजीनियरों की परियोजना सीमाएँ तय की हैं। नए निर्देशों के अनुसार, एक इंजीनियर अधिकतम दस परियोजनाओं की ही निगरानी कर सकेगा। यह नियम 60 दिनों की अवधि के बाद प्रभाव में आएगा, ताकि फर्मों को समायोजन का समय मिल सके।

नई दिल्ली, जून 2025: राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की निगरानी और गुणवत्ता में सुधार की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने परामर्शदाता फर्मों के इंजीनियरों के कार्यभार को सीमित करने का निर्णय लिया है। अब किसी भी परामर्शदाता फर्म का नामित इंजीनियर एक समय में अधिकतम 10 परियोजनाओं की ही निगरानी कर सकेगा।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इस फैसले को परियोजनाओं के पर्यवेक्षण तंत्र को मजबूत करने की दिशा में उठाया गया सकारात्मक कदम बताया है। मंत्रालय ने कहा कि इंजीनियरों द्वारा सीमित संख्या में परियोजनाओं की निगरानी से काम की गुणवत्ता और निरीक्षण की सघनता में सुधार आएगा।
यह नई व्यवस्था 60 दिनों के बाद लागू होगी, जिससे परामर्शदाता फर्मों को आवश्यक बदलाव और इंजीनियरों की तैनाती में समायोजन करने का पर्याप्त समय मिल सकेगा।
इसके अतिरिक्त, फर्मों से अपेक्षा की गई है कि वे नामित इंजीनियरों से प्रत्येक परियोजना स्थल का मासिक दौरा कराएँ और मासिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करें, जिसमें निरीक्षण से संबंधित विवरण शामिल हों।
मुख्य बिंदु:
प्रति इंजीनियर अधिकतम 10 परियोजनाओं की सीमा निर्धारित
नियम 60 दिनों के बाद प्रभाव में आएगा
प्रत्येक परियोजना स्थल का मासिक दौरा अनिवार्य
निगरानी की गुणवत्ता और जिम्मेदारी में सुधार का प्रयास
राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के पर्यवेक्षण को मिलेगा नया ढाँचा
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