ऑपरेशन सिंदूर: भारत की सटीक कार्रवाई और पाकिस्तान की जवाबी प्रतिक्रिया

ऑपरेशन सिंदूर के तहत 7 मई 2025 को भारतीय सशस्त्र बलों ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इस कार्रवाई को भारत ने 'केंद्रित, संयमित और गैर-उग्र' बताया, जिसमें किसी भी पाकिस्तानी सैन्य सुविधा को निशाना नहीं बनाया गया। जवाब में, पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर भारी गोलाबारी शुरू की, जिसमें दोनों पक्षों में नागरिक हताहत हुए। पाकिस्तान ने भारत के हमलों को 'युद्ध की कार्रवाई' करार देते हुए जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है, जिससे क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है।

May 8, 2025 - 08:25
May 8, 2025 - 09:41
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ऑपरेशन सिंदूर: भारत की सटीक कार्रवाई और पाकिस्तान की जवाबी प्रतिक्रिया
भारत की सटीक कार्रवाई और पाकिस्तान की जवाबी प्रतिक्रिया

22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की हत्या कर दी गई। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) को जिम्मेदार ठहराया। इसके जवाब में, भारतीय सशस्त्र बलों ने 7 मई 2025 को तड़के 1:05 से 1:30 बजे के बीच ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना, नौसेना और थलसेना ने संयुक्त रूप से पाकिस्तान के पंजाब प्रांत (बाहवलबुर, मुरिदके, सियालकोट) और पीओके (मुजफ्फराबाद, कोटली सहित) में नौ आतंकी ठिकानों पर हमले किए। भारत ने दावा किया कि इस कार्रवाई में करीब 80 आतंकवादी मारे गए, जिसमें JeM प्रमुख मसूद अजहर के 10 परिवारजन और 4 सहयोगी शामिल थे।

 

 

भारत की रणनीति और संदेश: भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को "न्याय की कार्रवाई" करार दिया, जो पहलगाम हमले में मारे गए लोगों, विशेष रूप से उन हिंदू महिलाओं के लिए थी, जिनके पतियों की हत्या ने उनके माथे का सिंदूर छीन लिया। इस ऑपरेशन में राफेल लड़ाकू विमानों द्वारा SCALP क्रूज मिसाइलों और हैमर स्मार्ट बमों का उपयोग किया गया, जो भारतीय क्षेत्र से ही दागे गए। भारत ने जोर देकर कहा कि उसने केवल आतंकी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया, न कि पाकिस्तानी सैन्य या नागरिक सुविधाओं को। रक्षा मंत्रालय ने इसे 'संयमित और गैर-उग्र' कार्रवाई बताया, जिसका उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति को प्रदर्शित करना था। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बताया कि यह कार्रवाई 'आनुपातिक और जिम्मेदार' थी।

 

 

 

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: पाकिस्तान ने भारत के हमलों को "खुला युद्ध" करार दिया और जवाबी कार्रवाई की धमकी दी। पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर जम्मू-कश्मीर के पूंछ, तंगधार, और उरी क्षेत्रों में भारी गोलाबारी शुरू की, जिसमें 13 भारतीय नागरिकों की मौत और 44 लोग घायल हुए। पाकिस्तान ने दावा किया कि भारत के हमलों में 26-31 पाकिस्तानी नागरिक मारे गए, जिनमें बच्चे और किशोर शामिल थे, और 46 अन्य घायल हुए। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि उनके देश को "जवाब देने का पूरा अधिकार" है और सेना को "नागरिकों की मौत का बदला लेने" का आदेश दिया।

 

 

 

पाकिस्तान ने यह भी दावा किया कि उसने पांच भारतीय विमानों को मार गिराया, हालांकि भारत ने इस दावे की पुष्टि नहीं की और इसे सत्यापित नहीं किया जा सका। इसके अलावा, पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र को अस्थायी रूप से बंद कर दिया, जिससे 300 से अधिक उड़ानें रद्द हुईं और 25 हवाई अड्डे बंद हुए।

 

 

 

गलत सूचना का प्रसार: ऑपरेशन सिंदूर के बाद, पाकिस्तानी मीडिया और सोशल मीडिया पर गलत सूचनाओं की बाढ़ आ गई। कुछ ने दावा किया कि पाकिस्तान ने श्रीनगर एयरबेस और भारतीय सेना के ब्रिगेड मुख्यालय को नष्ट कर दिया, जो बाद में पुराने या असंबंधित वीडियो के रूप में खारिज किए गए। भारत के प्रेस सूचना ब्यूरो ने इन दावों का खंडन करते हुए लोगों से केवल आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करने को कहा।

 

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दोनों देशों से अधिकतम संयम बरतने की अपील की, चेतावनी दी कि विश्व "भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव" बर्दाश्त नहीं कर सकता। अमेरिका ने स्थिति पर नजर रखने की बात कही, लेकिन कोई आधिकारिक मूल्यांकन नहीं दिया। चीन ने दोनों पक्षों से शांति और स्थिरता को प्राथमिकता देने का आग्रह किया। रूस ने तनाव कम करने की अपील की, जबकि अजरबैजान ने पाकिस्तानी नागरिकों की मौत की निंदा की।

 

 

 

भारत में स्थिति: भारत ने सीमावर्ती क्षेत्रों में नागरिकों को बंकरों में स्थानांतरित करने और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के आदेश दिए। कई राज्यों में सुरक्षा ड्रिल आयोजित की गईं, और बैंकों ने साइबर खतरों से निपटने के लिए "वॉर रूम" स्थापित किए। भारतीय नेताओं, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी, और विभिन्न मुख्यमंत्रियों ने ऑपरेशन की सराहना की, इसे आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम बताया।

अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न समाचार स्रोतों और सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध सामग्री पर आधारित है। यह सामान्य जागरूकता के लिए है और किसी भी जानकारी की सटीकता की गारंटी नहीं देता। आपातकालीन स्थिति में स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों के निर्देशों का पालन करें।

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