फ्यूचर में होंगे और बड़े हमले”: ईरान पर अमेरिकी स्ट्राइक के बाद ट्रंप की चेतावनी ने बढ़ाई चिंता

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हालिया ईरान पर अमेरिकी स्ट्राइक के बाद बड़ा बयान देते हुए चेतावनी दी है कि भविष्य में इससे भी बड़े हमले होंगे। ट्रंप ने बाइडेन प्रशासन की नीतियों को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि अमेरिका की कमजोरी से दुश्मनों को बल मिला है। ट्रंप का यह बयान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ते तनाव और अमेरिकी चुनावी परिदृश्य के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

Jun 22, 2025 - 08:40
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फ्यूचर में होंगे और बड़े हमले”: ईरान पर अमेरिकी स्ट्राइक के बाद ट्रंप की चेतावनी ने बढ़ाई चिंता
ईरान -इजराइल युद्ध: डोनाल्ड ट्रंप की ईरान को सख्त चेतावनी (फोटो: रायटर्स)

वॉशिंगटन/तेहरान | 22 जून 2025 : ईरान में हाल ही में अमेरिकी सेना द्वारा किए गए हमले के बाद पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा बयान देकर अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। ट्रंप ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि यह तो सिर्फ शुरुआत है। भविष्य में इससे भी बड़े हमले होंगे।यह बयान ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका और ईरान के बीच तनाव चरम पर है, और पश्चिम एशिया (मिडिल ईस्ट) में स्थिरता पर बड़ा प्रश्नचिह्न लग चुका है। ट्रंप ने अपने बयान में वर्तमान बाइडेन प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि, "कमजोर नेतृत्व ने अमेरिका की छवि और शक्ति दोनों को नुकसान पहुँचाया है। हमारे दुश्मन जान चुके हैं कि इस समय अमेरिका निर्णय लेने में कमजोर है, और इसी का फायदा उठाया जा रहा है।"

मुख्य बिंदु :

 डोनाल्ड ट्रंप ने भविष्य में 'और बड़े हमलों' की संभावना जताई।

 ईरान पर हालिया अमेरिकी स्ट्राइक की पृष्ठभूमि में दिया गया बयान।

 बाइडेन प्रशासन की नीतियों की आलोचना की।

 अमेरिका की वैश्विक छवि व सुरक्षा नीति पर सवाल खड़े किए।

 बयान से अमेरिकी चुनावी राजनीति और पश्चिम एशिया में तनाव पर असर पड़ सकता है।

ईरान पर हालिया अमेरिकी हमला: पृष्ठभूमि

गत सप्ताह अमेरिका ने दावा किया था कि उसने ईरान समर्थित मिलिशिया के ठिकानों को निशाना बनाया है। अमेरिकी रक्षा विभाग (पेंटागन) ने पुष्टि की थी कि ये हमले 'आत्मरक्षा' की नीति के तहत किए गए थे, क्योंकि ईरान समर्थित समूह अमेरिकी सेना और उसके सहयोगियों को बार-बार निशाना बना रहे थे।

हालांकि ईरान ने इन हमलों को 'अंतरराष्ट्रीय संप्रभुता का उल्लंघन' बताया है और अमेरिका को इसके गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है।

डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी: राजनीतिक और रणनीतिक अर्थ

ट्रंप के बयान को दो स्तरों पर देखा जा रहा है:

अंतरराष्ट्रीय रणनीति के संदर्भ में:

ट्रंप प्रशासन पहले भी ईरान के खिलाफ 'अधिकतम दबाव' नीति का पालन करता रहा है। उनके कार्यकाल में ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की बगदाद में ड्रोन स्ट्राइक से हत्या की गई थी, जिसने अमेरिका-ईरान संबंधों को बर्फीला बना दिया था। अब ट्रंप के 'बड़े हमलों' की चेतावनी को नई सैन्य नीति की भूमिका की तरह देखा जा रहा है।

अमेरिकी घरेलू राजनीति के संदर्भ में

   2024 के राष्ट्रपति चुनाव में हार के बाद भी ट्रंप की लोकप्रियता में कमी नहीं आई है। वे फिर से 2028 के चुनाव के लिए सक्रिय दिख रहे हैं। उनका यह बयान न केवल बाइडेन की विदेश नीति पर हमला है, बल्कि यह अमेरिकी मतदाताओं के 'राष्ट्रीय सुरक्षा' के मुद्दे पर राय बदलने का प्रयास भी है।

ईरान की प्रतिक्रिया और वैश्विक प्रभाव

ईरानी विदेश मंत्रालय ने ट्रंप के बयान को 'आक्रामक और उकसाने वाला' बताया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका को 'क्षेत्रीय शांति' के साथ खिलवाड़ करने की कीमत चुकानी पड़ेगी। संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक संगठन भी इस स्थिति को लेकर चिंतित हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि तनाव यूं ही बढ़ता रहा तो यह संपूर्ण खाड़ी क्षेत्र को युद्ध की ओर धकेल सकता है।

ट्रंप का यह बयान अमेरिका की बदलती राजनीतिक धारा और मिडिल ईस्ट की नाजुक स्थिति दोनों पर गहरा असर डाल सकता है। सवाल उठता है कि क्या यह चेतावनी आने वाले समय में अमेरिकी विदेश नीति को एक बार फिर आक्रामक सैन्यवादकी ओर मोड़ेगी? या यह सिर्फ चुनावी राजनीति की एक रणनीति है?

एक बात स्पष्ट है, ट्रंप का यह बयान अब केवल बयान नहीं रहा, यह आने वाले महीनों की वैश्विक रणनीति, अमेरिकी सैन्य नीति और पश्चिम एशिया की स्थिरता को प्रभावित करने वाला अहम बिंदु बन चुका है।

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सुशील कुमार पाण्डेय मैं, अपने देश का एक जिम्मेदार नागरिक बनने की यात्रा पर हूँ, यही मेरी पहचान है I