‘चालूया महाराष्ट्र’ 73 वर्षीय विद्याधर भुस्कुटे की 3125 किमी पदयात्रा | जल और वन संरक्षण का संदेश
डोंबिवली के 73 वर्षीय सेवानिवृत्त बैंकर विद्याधर भुस्कुटे 3125 किमी की पदयात्रा पर निकले हैं। ‘चालूया महाराष्ट्र’ अभियान के तहत वे 27 जिलों में जल-वन संरक्षण, शांति और मूल्य आधारित शिक्षा का संदेश देंगे।
मुंबई, महाराष्ट्र। डोंबिवली के 73 वर्षीय सेवानिवृत्त बैंकर विद्याधर भुस्कुटे एक बार फिर अपने जज़्बे और सामाजिक चेतना से पूरे महाराष्ट्र को प्रेरित करने निकल पड़े हैं।
31 अक्तूबर को डोंबिवली से शुरू होने वाली उनकी ‘चालूया महाराष्ट्र’ नामक 3125 किलोमीटर लंबी पदयात्रा राज्य के 27 जिलों से होकर गुज़रेगी।
इस यात्रा का उद्देश्य है - जल और वन संरक्षण, शांति, मानवता, भ्रूण हत्या रोकथाम और मूल्य आधारित शिक्षा व्यवस्था का संदेश जन-जन तक पहुँचाना।
चार महीने तक चलने वाली यह मुहिम न केवल एक व्यक्ति की प्रतिबद्धता का उदाहरण है, बल्कि महाराष्ट्र की सामूहिक चेतना को भी जगाने की कोशिश है।
यात्रा का आरंभ और मार्ग
पदयात्रा का शुभारंभ 31 अक्तूबर को सुबह 7:30 बजे यानी आज होगा।
डोंबिवली के सावलाराम महाराज खेल परिसर स्थित कैप्टन विनय कुमार सचान स्मारक से होगा।
यात्रा के दौरान भुस्कुटे महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त और वन-विहीन क्षेत्रों को विशेष प्राथमिकता देंगे।
यात्रा का समापन 24 फरवरी को होगा।
यह अभियान राज्य के निम्न 27 जिलों से गुज़रेगा -
पालघर, नासिक, नंदुरबार, धुले, जलगांव, बुलढाणा, अकोला, अमरावती, वर्धा, नागपुर, भंडारा, गोंदिया, गढ़चिरौली, चंद्रपुर, यवतमाल, वाशिम, हिंगोली, नांदेड़, लातूर, धाराशिव, सोलापुर, सांगली, कोल्हापुर, सिंधुदुर्ग, रत्नागिरी, रायगढ़ और ठाणे।
‘चालूया महाराष्ट्र’ एक आंदोलन, एक प्रेरणा
‘चालूया महाराष्ट्र’ अभियान केवल पैदल यात्रा नहीं, बल्कि पर्यावरण और मानवता के प्रति सामूहिक उत्तरदायित्व की पुकार है।
इस यात्रा के माध्यम से विद्याधर भुस्कुटे विभिन्न जिलों में जाकर स्कूलों, कॉलेजों, सामाजिक संस्थाओं और व्यावसायिक समूहों के साथ संवाद करेंगे।
वे नागरिकों को जल संरक्षण, वृक्षारोपण, प्राकृतिक संतुलन, महिला सुरक्षा और भ्रूण हत्या जैसे सामाजिक मुद्दों पर जागरूक करेंगे।
संस्था ‘आरोहण’ ने इस यात्रा की योजना बनाई है।
पदयात्रा की जानकारी भुस्कुटे जी, प्रो. विंदा भुस्कुटे, सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीण दुधे और वरिष्ठ पत्रकार मीना गोडखिंडी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में साझा की।
विद्याधर भुस्कुटे: रिकॉर्डधारी पदयात्री
भुस्कुटे जी का यह चौथा पदयात्रा अभियान है
हर यात्रा अपने आप में एक अध्याय, एक उपलब्धि:
1. पहली पदयात्रा: कश्मीर से कन्याकुमारी
दूरी: 4000 किमी
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