ज्ञान पोस्ट: अब हर व्यक्ति तक पहुँचेगी किफायती शिक्षा - ज्योतिरादित्य सिंधिया
भारत में शिक्षा को समावेशी और किफायती बनाने की दिशा में एक नई पहल करते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज 'ज्ञान पोस्ट सेवा' का औपचारिक शुभारंभ किया। यह सेवा भारतीय डाक विभाग और डिजिटल शिक्षा प्लेटफ़ॉर्म्स के सहयोग से शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य है - देश के कोने-कोने तक सस्ती, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुँचाना।

क्या है ‘ज्ञान पोस्ट सेवा’?
देश में शिक्षा की समावेशी पहुँच को साकार करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने ‘ज्ञान पोस्ट सेवा’ की शुरुआत की है। इस नई सेवा के अंतर्गत भारतीय डाक विभाग के माध्यम से शैक्षिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक पुस्तकों का कम लागत पर वितरण किया जाएगा। केंद्रीय संचार और उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस पहल की घोषणा करते हुए इसे ‘हर नागरिक तक शिक्षा पहुँचाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम’ बताया।
सेवा की आवश्यकता क्यों पड़ी?
आज भी देश के कई दूरदराज़ क्षेत्र ऐसे हैं जहाँ डिजिटल संसाधनों की पहुँच सीमित है और शिक्षण सामग्री की उपलब्धता एक चुनौती बनी हुई है। ऐसे में सरकार ने माना कि ज्ञान और संसाधनों तक पहुँच केवल तकनीक या भौगोलिक स्थिति पर निर्भर नहीं होनी चाहिए। 'ज्ञान पोस्ट' सेवा इसी विचार को केंद्र में रखकर विकसित की गई है, ताकि हर नागरिक तक सीखने की सामग्री सुलभ, सस्ती और व्यवस्थित रूप से पहुँचे।
सिंधिया का बयान:
“नई शिक्षा नीति के उद्देश्यों के अनुरूप, ‘ज्ञान पोस्ट’ एक ऐसा वितरण तंत्र बनेगा जो अंतिम व्यक्ति तक शिक्षा पहुँचाने में सहायक होगा। यह सेवा शिक्षा के लोकतंत्रीकरण की दिशा में बड़ा कदम है।”
कैसे काम करेगी सेवा?
पुस्तकों और मुद्रित शैक्षिक सामग्री को डाकघरों के माध्यम से सरफेस ट्रांसपोर्ट मोड से भेजा जाएगा।
सामग्री को ट्रैक किया जा सकेगा, जिससे डिलीवरी प्रक्रिया पारदर्शी और भरोसेमंद रहेगी।
केवल गैर-वाणिज्यिक शैक्षणिक सामग्री की अनुमति होगी। विज्ञापन या व्यावसायिक प्रकृति की सामग्री को इस सेवा में शामिल नहीं किया जाएगा। प्रत्येक पुस्तक पर प्रकाशक या मुद्रक का नाम स्पष्ट रूप से अंकित होना आवश्यक होगा।
कितना होगा शुल्क?
पैकेट का वजन शुल्क (रु.)
300 ग्राम तक ₹20 से शुरू
अधिकतम 5 किलोग्राम तक ₹100 तक (कर सहित)
लागत निर्धारित करों के अनुसार लागू होगी।
सेवा कब से शुरू होगी?
1 मई, 2025 से यह सेवा पूरे भारत के सभी विभागीय डाकघरों में उपलब्ध होगी। उपयोगकर्ता अधिक जानकारी के लिए नजदीकी डाकघर से संपर्क कर सकते हैं या आधिकारिक वेबसाइट www.indiapost.gov.in पर जा सकते हैं।
सेवा की विशेषताएँ संक्षेप में:
पूरे भारत में लागू
ट्रैकिंग सुविधा सहित सुरक्षित डिलीवरी
न्यूनतम ₹20 में शैक्षणिक सामग्री की होम डिलीवरी
केवल गैर-वाणिज्यिक उपयोग के लिए
पुस्तकों पर प्रकाशक/मुद्रक की जानकारी अनिवार्य
भारत के डाक नेटवर्क द्वारा संचालित
शिक्षा, संस्कृति, और सामाजिक सशक्तिकरण का माध्यम
भारतीय डाक की प्रतिबद्धता
‘ज्ञान पोस्ट’ केवल एक सेवा नहीं, बल्कि भारतीय डाक की उस स्थायी प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जिसमें वह सार्वजनिक सेवा के माध्यम से शिक्षा को लोकतांत्रिक और सुलभ बनाना चाहता है।
यह पहल न केवल शैक्षणिक संसाधनों की पहुँच को आसान बनाएगी, बल्कि देश भर के व्यक्तियों और समुदायों को सशक्त करने में भी सहायक सिद्ध होगी।
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